क्या लाल किला परिसर से कीमती कलश चोरी हो गया?

सारांश
Key Takeaways
- लाल किला परिसर में चोरी की घटना से सुरक्षा पर प्रश्न उठे हैं।
- चोरी गया कलश 1 करोड़ रुपये का था और जैन धर्म से जुड़ा था।
- पुलिस ने संदिग्ध की पहचान कर ली है और जांच जारी है।
- सामुदायिक नाराजगी इस घटना का एक महत्वपूर्ण पहलू है।
- भविष्य में सुरक्षा को मजबूत करने की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 6 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के लाल किला परिसर में एक गंभीर चोरी की घटना घटी है। जैन धर्म के धार्मिक आयोजन के दौरान लगभग 1 करोड़ रुपये मूल्य का सोने-हीरे जड़ा कलश चोरी हो गया। यह कलश 760 ग्राम शुद्ध सोने से बना है, जिसमें 150 ग्राम हीरे, माणिक्य और पन्ना शामिल हैं। यह घटना क्षेत्र में काफी हड़कंप मचा रही है।
यह चोरी का मामला पिछले मंगलवार को प्रकाश में आया, जब व्यापारी सुधीर जैन पूजा के लिए कलश लेकर आए थे। इस आयोजन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला भी मौजूद थे। उनके स्वागत के दौरान हुई भीड़-भाड़ में कलश मंच से गायब हो गया। सुधीर जैन ने बताया कि यह कलश उनकी व्यक्तिगत संपत्ति थी और इसे धार्मिक उद्देश्य से बनवाया गया था। चोरी की सूचना मिलते ही उन्होंने पुलिस को सूचित किया।
दिल्ली पुलिस ने तुरंत मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, लाल किला परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों में संदिग्ध की गतिविधियाँ कैद हुई हैं। अधिकारियों ने संदिग्ध की पहचान कर ली है और उसकी गिरफ्तारी की उम्मीद जताई जा रही है। पुलिस टीम मौके पर फॉरेंसिक जांच और गवाहों से पूछताछ में जुटी हुई है।
यह आयोजन जैन समुदाय द्वारा 15 अगस्त पार्क में किया जा रहा है, जो कि 9 सितंबर तक चलेगा। चोरी की घटना से समुदाय में नाराजगी है, और लोग सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। लोगों का मानना है कि इस तरह के बड़े आयोजन में कड़ी निगरानी की आवश्यकता थी। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और चोरी हुए कलश को बरामद करने के प्रयास जारी हैं।
जांच में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि संदिग्ध को पकड़ने के लिए कई टीमें सक्रिय हैं। साथ ही, लाल किला परिसर में सुरक्षा को भी बढ़ा दिया गया है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों।