क्या दिल्ली के लॉरेंस रोड इंडस्ट्रियल एरिया में युवक ने आत्महत्या की? सुसाइड नोट में पिता पर आरोप!

सारांश
Key Takeaways
- पारिवारिक दबाव युवा पीढ़ी के मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है।
- आर्थिक तंगी आत्महत्या के मामलों को बढ़ा सकती है।
- सुसाइड नोट किसी के मानसिक तनाव का संकेत हो सकता है।
- पुलिस की जांच इस मामले की गंभीरता को उजागर करेगी।
- समाज में जागरूकता आवश्यक है ताकि ऐसे मामलों को रोका जा सके।
नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर-पश्चिम दिल्ली के केशवपुरम थाना क्षेत्र में एक 19 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान सत्याम उर्फ कुंदन के रूप में हुई।
पुलिस के अनुसार, गुरुवार सुबह लगभग 7 बजे के करीब थाना केशवपुरम में फांसी लगाने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही एसएचओ और जांच अधिकारी (आईओ) मौके पर पहुंचे। वहां देखा गया कि युवक फैक्ट्री की छत से रस्सी के सहारे लटका हुआ था।
प्राथमिक जांच में पता चला कि मृतक रिक्शा चलाने का काम करता था और पिछले 7–8 महीनों से उसी फैक्ट्री में कार्यरत था। वह फैक्ट्री में ही रुककर रात को सोया करता था, जबकि उसका पिता पास की झुग्गी में रहता है। जांच में यह भी सामने आया कि मृतक को आखिरी बार पिछली रात करीब 10 बजे देखा गया था, जब वह फैक्ट्री की तीसरी मंजिल पर सोने गया था। अगले दिन सुबह जब लोग पहुंचे, तो उसे फंदे से लटका पाया गया।
मृतक के कपड़ों की तलाशी लेने पर उसकी जेब से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिसमें उसने अपने पिता पर बार-बार पैसे की मांग करने और दबाव डालने का आरोप लगाया है।
पुलिस ने बताया कि अब तक की पूछताछ में किसी भी तरह की गड़बड़ी का पता नहीं चला है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए बीजेआरएम अस्पताल भेजा गया है। पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है।