क्या दिल्लीवासी उत्साह और ऊर्जा के साथ दीपावली का त्योहार मना सकेंगे? : प्रवीण खंडेलवाल

सारांश
Key Takeaways
- दिल्लीवासियों के लिए दीपावली का त्योहार मनाने का एक नया अवसर।
- सुप्रीम कोर्ट ने ग्रीन पटाखों को अनुमति दी है।
- पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता।
- कांग्रेस की स्थिति पर प्रवीण खंडेलवाल का तीखा प्रहार।
- ममता बनर्जी को इस्तीफे की मांग।
नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा ग्रीन पटाखों को जलाने की अनुमति देने के फैसले का स्वागत किया।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से विशेष चर्चा में कहा कि लंबे समय बाद दिल्लीवासी उत्साह और ऊर्जा के साथ दीपावली का त्योहार मनाने में सक्षम होंगे।
खंडेलवाल ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को इस पहल के लिए बधाई दी और बताया कि दीपावली और पटाखों का एक गहरा संबंध है। मुख्यमंत्री की पहल के बाद ही सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार की अनुशंसा स्वीकार करते हुए ग्रीन पटाखों की अनुमति दी है। इस निर्णय से न केवल लोगों में उत्साह लौटेगा, बल्कि लंबे समय से प्रभावित पटाखा कारोबारियों के जीवन में भी एक नई रोशनी आएगी। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि पटाखे जलाते समय पर्यावरण की जिम्मेदारी का ध्यान भी रखें।
सांसद ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि उनकी स्थिति बेहद चिंताजनक है। जिसने देश पर कई दशकों तक शासन किया, वही पार्टी अब अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। वर्तमान में कांग्रेस को क्षेत्रीय दलों की पिछलग्गू बनकर काम करना पड़ रहा है। जब तक गांधी परिवार और परिवारवाद कांग्रेस में रहेगा, उनकी स्थिति और भी खराब होती जाएगी।
पश्चिम बंगाल में छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए खंडेलवाल ने कहा कि यह एक गैर-जिम्मेदाराना बयान है। उन्होंने मांग की कि ममता बनर्जी को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए, अन्यथा केंद्र सरकार को उनकी सरकार बर्खास्त करनी चाहिए।
कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे के बयान पर खंडेलवाल ने कड़ा जवाब देते हुए कहा कि वे मानसिक संतुलन खो चुके हैं।