क्या स्वच्छता को अपनी आदत में शामिल कर दिल्ली को स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सकता है?

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली को स्वच्छ और सुंदर बनाना हमारी जिम्मेदारी है।
- जीएसटी सुधारों से हर परिवार को लाभ मिल रहा है।
- स्वच्छता को अपनी आदत बनाएं।
- सामुदायिक सहयोग से समस्याओं का समाधान संभव है।
- हर नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने जीएसटी (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) में हुए सुधारों की प्रशंसा की और कहा कि ये परिवर्तन राजधानी के प्रत्येक परिवार को लाभ पहुँचा रहे हैं। उन्होंने एक कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि जीएसटी सुधारों को लेकर उपभोक्ता, व्यापारी और आम जनता में भारी उत्साह है। दुकानों पर भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है और हर कोई नई चीजें खरीदने के लिए बेताब है।
उन्होंने कहा कि उनका एकमात्र लक्ष्य दिल्ली को एक सुंदर और खुशहाल शहर बनाना है, जहां हर नागरिक को उसका हक मिले। उन्होंने बताया कि दिल्ली को २७ वर्षों तक उपेक्षित रखा गया। यहां तक कि जो भी सरकार आई, उसने दिल्ली और यहां के लोगों की परवाह नहीं की। जनता ने अब ऐसी सरकार चुनी है, जो केवल विकास पर विश्वास करती है और विकास करना भी जानती है।
सीएम ने कहा कि पिछली सरकारों में सड़कें, फ्लाईओवर, स्कूल, अस्पताल, सामुदायिक भवन, पार्किंग, नालियां, सब बिखरी हुई और जर्जर थीं। जब इन्हें ठीक किया जाएगा, तभी दिल्लीवासियों की मुसीबतें कम होंगी। अन्यथा, एक गड्ढा रोज परेशान करता है, टूटे फुटपाथ और उभरे हुए पत्थर दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं, बाजारों में पैदल यात्री सुरक्षित नहीं चल पाते, और कई इलाकों में पार्किंग माफिया हावी हैं। हम सभी समस्याओं को सुधारने का काम कर रहे हैं और लोगों के सहयोग से इसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि चांदनी चौक हमारी धरोहर है। त्योहारों के दौरान धार्मिक स्थलों की रौनक और भी बढ़ जाती है। ऐसे समय सफाई और बेहतर रखरखाव और भी आवश्यक हो जाता है। जिस तरह हम अपने घर को स्वच्छ रखते हैं, उसी अपनत्व और जिम्मेदारी से हमें अपने बाजारों और सड़कों को भी स्वच्छ रखना होगा। स्वच्छता को अपनी आदत बनाएं और मिलकर दिल्ली को स्वच्छ और सुंदर बनाएं।
सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि दिल्ली ने मिलकर सेवा और संस्कार की एक सुंदर मिसाल पेश की। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर 'एक दिन, एक घंटा, एक साथ' श्रमदान कार्यक्रम के अंतर्गत दिगंबर जैन लाल मंदिर से गुरुद्वारा शीशगंज साहिब तक सफाई अभियान में हिस्सा लिया। यह श्रमदान केवल सफाई का अभियान नहीं था।
उन्होंने कहा कि यह गांधीजी के स्वच्छता संदेश को आगे बढ़ाने और दीनदयाल जी के अंतिम जन तक सम्मान और सुविधा पहुंचाने के विचार को जीवन में उतारने का संकल्प था। देश तब बदलता है, जब हर हाथ जिम्मेदारी उठाता है। पीएम मोदी ने 'स्वच्छ भारत अभियान' से सेवा का जो दीप जलाया, आज उसी प्रेरणा से दिल्ली का यह प्रयास एक जनआंदोलन बन गया है। आइए, हम सब मिलकर जन-जन को जागरूक करें और दिल्ली को न केवल साफ-सुथरी बल्कि पूरे देश के लिए आदर्श और प्रेरणादायी राजधानी बनाएं।