दिल्ली में पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई क्या?

सारांश
Key Takeaways
- मुठभेड़ में एक अपराधी घायल हुआ और दूसरा गिरफ्तार किया गया।
- पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है और जांच जारी है।
- कुख्यात अपराधियों का पुलिस के प्रति सख्त रवैया।
नई दिल्ली, 1 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बुधवार सुबह 6:15 बजे दक्षिण-पश्चिम जिले के संजय वन किशनगढ़ के पास अरुणा आसफ अली रोड पर दिल्ली पुलिस की ऑपरेशन सेल और दो अपराधियों के बीच गोलीबारी हुई। इस मुठभेड़ में एक अपराधी घायल हो गया, जबकि दूसरे को मौके पर गिरफ्तार किया गया।
दक्षिण-पश्चिम जिले की विशेष स्टाफ टीम, प्रभारी निरीक्षक विजय बालियान के नेतृत्व में, गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई कर रही थी।
पुलिस ने दो कुख्यात अपराधियों, अरमान (26 वर्ष) और बशीर (24 वर्ष), जो जेजे कॉलोनी, बवाना के निवासी हैं, को रोकने की कोशिश की। पुलिस को देखकर अपराधियों ने भागने की कोशिश की और पुलिस टीम पर गोली चला दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें अरमान के दाहिने पैर में गोली लगी। उसे तुरंत एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। वहीं, बशीर को एक अवैध बंदूक और जिंदा कारतूस के साथ मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया।
मुठभेड़ के दौरान अरमान द्वारा चलाई गई एक गोली एक पुलिसकर्मी की बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी, लेकिन किसी पुलिसकर्मी को चोट नहीं आई। घटनास्थल पर अपराध शाखा और फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) की टीमों को बुलाया गया, जिन्होंने साक्ष्य एकत्र किए और जांच शुरू की।
पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपियों का आपराधिक इतिहास रहा है। अरमान पर लूट, झपटमारी और आर्म्स एक्ट के तहत 50 से अधिक मामले दर्ज हैं, जबकि बशीर भी कई अपराधों में शामिल रहा है। इस घटना के बाद थाना किशनगढ़ में हत्या के प्रयास, अवैध हथियार और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है और मामले की गहन जांच कर रही है। यह मुठभेड़ दिल्ली पुलिस की अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का हिस्सा है। स्थानीय लोग इस घटना से सकते में हैं, लेकिन पुलिस का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है।