क्या दिल्ली की पीसीआर वैन ने दिव्यांग रेहड़ी वाले को कुचला?

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली में पीसीआर वैन ने दिव्यांग विक्रेता को कुचला।
- मौत की घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा किया।
- पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ड्राइवर को गिरफ्तार किया।
- जांच में शराब के सेवन का कोई प्रमाण नहीं मिला।
- स्थानीय लोगों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए।
नई दिल्ली, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। देश की राजधानी दिल्ली के मंदिर मार्ग थाना क्षेत्र में गुरुवार सुबह एक अत्यंत दुखद घटना घटित हुई। जब दिल्ली पुलिस की एक पीसीआर वैन ने सड़क किनारे चाय की रेहड़ी लगाने वाले दिव्यांग व्यक्ति को कुचल दिया। यह हादसा इतना भयानक था कि मौके पर ही उस व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक की पहचान घनश्याम तिवारी उर्फ गंगाराम (जन्म स्थान: गोंडा, उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई। यह दर्दनाक घटना पालिका पैलेस के पीछे पिलर नंबर 10 के पास सुबह करीब 5:10 बजे हुई। इस मामले पर दिल्ली पुलिस का बयान भी सामने आया है।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, इस हादसे की पीसीआर कॉल सुबह 5:30 बजे मिली। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस टीम और एडिशनल डीसीपी मौके पर पहुंचे। तब तक घायल व्यक्ति की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए हादसे में शामिल पीसीआर वैन के दोनों स्टाफ को सस्पेंड कर दिया। इसके अलावा, कॉन्स्टेबल खिमेश को गिरफ्तार कर लिया गया है और एफआईआर दर्ज की गई है।
पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में ड्राइवर ने बताया कि वह पीसीआर वैन को रैंप पर पार्क कर रहा था, लेकिन गलती से ब्रेक की जगह एक्सिलरेटर दब गया। हालांकि, पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यह ड्राइवर का व्यक्तिगत बयान है, जिसकी जांच चल रही है। प्रारंभिक मेडिकल रिपोर्ट में शराब के कोई अंश नहीं मिले हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि अगर ड्राइवर या किसी अन्य की जिम्मेदारी साबित होती है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हादसे के बाद, समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिसकर्मी शराब के नशे में थे और तेज रफ्तार में गाड़ी चला रहे थे। हादसे के समय पीसीआर वैन में एक महिला सहित 4 लोग मौजूद थे। लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि टक्कर के बाद पुलिसकर्मियों ने पिस्टल निकाली और लोगों को धमकाया। स्थानीय लोगों ने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने इस क्षेत्र में शराब पीने का अड्डा बना रखा है, जहां उन्होंने बिस्तर और एसी भी लगाए हुए हैं। पुलिसकर्मी होने के कारण स्थानीय लोग उनसे कुछ नहीं कह पाते थे और वे अपनी मनमानी करते थे।