क्या दिवाली से पहले दिल्ली पुलिस के छह आईपीएस अधिकारियों का तबादला हुआ?

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क्या दिवाली से पहले दिल्ली पुलिस के छह आईपीएस अधिकारियों का तबादला हुआ?

सारांश

दिल्ली पुलिस में महत्वपूर्ण बदलाव, दिवाली से पहले दिल्ली के छह आईपीएस अधिकारियों का स्थानांतरण। यह कदम केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी अलर्ट के तहत उठाया गया है। नए आयुक्त सतीश गोलचा ने सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा की है। जानें इस बदलाव के पीछे की कहानी और इसके संभावित प्रभाव।

Key Takeaways

  • दिवाली से पहले सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए अधिकारियों का स्थानांतरण।
  • केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी अलर्ट के अनुसार निर्णय।
  • नए आयुक्त सतीश गोलचा की कार्यप्रणाली में बदलाव।
  • महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान।
  • वीआईपी सुरक्षा की स्थिति पर नई दृष्टि।

नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दिवाली से पहले के अलर्ट के मद्देनजर, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को दिल्ली में कार्यरत आधा दर्जन भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारियों का तबादला कर दिया है।

स्थानांतरित किए गए एजीएमयूटी कैडर के तीन पुलिस अधिकारियों को जम्मू-कश्मीर में और अन्य को अरुणाचल प्रदेश में तैनात किया गया है।

गृह मंत्रालय के पत्र के अनुसार, आईपीएस अधिकारी चेप्याला अंजीथा को दिल्ली से अरुणाचल प्रदेश भेजा गया, जबकि आईपीएस सुकांत शैलजा बल्लभ को जम्मू-कश्मीर भेजा गया है। आईपीएस सुखराज कटेवा का भी दिल्ली से अरुणाचल प्रदेश में स्थानांतरण किया गया है।

आईपीएस अफसर कृष्ण कुमार और कमल पाल सिंह मल्होत्रा का तबादला दिल्ली से जम्मू-कश्मीर कर दिया गया है, जबकि आईपीएस पंकज कुमार को अरुणाचल प्रदेश भेजा गया है।

वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी प्रवीण कुमार त्रिपाठी पुडुचेरी से दिल्ली पुलिस में शामिल होंगे।

केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी आदेश में कहा गया है, "सक्षम प्राधिकारी की स्वीकृति से, एजीएमयूटी कैडर के आईपीएस अधिकारियों की तत्काल प्रभाव से और अगले आदेश तक तैनाती का आदेश दिया जाता है।"

मंत्रालय ने बताया कि कृष्ण कुमार और पंकज कुमार के स्थानांतरण आदेश 1 अप्रैल, 2026 से प्रभावी होंगे।

दिल्ली पुलिस में शीर्ष स्तर पर यह बदलाव अगस्त में नए आयुक्त सतीश गोलचा के कार्यभार संभालने के कुछ ही महीनों बाद हुए हैं।

गोलचा ने कार्यभार संभालने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से मुलाकात की और कानून-व्यवस्था से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।

गुजरात के राजकोट निवासी 41 वर्षीय राजेश भाई खिमजी भाई सकारिया द्वारा मुख्यमंत्री गुप्ता पर हमले की कोशिश के कुछ ही दिनों बाद गोलचा ने कार्यभार संभाला था, जिसने वीआईपी सुरक्षा पर प्रश्न उठाए।

1992 बैच के आईपीएस अधिकारी गोलचा ईमानदार और गंभीर अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने दिल्ली सरकार में महानिदेशक (कारागार) के रूप में कार्य किया।

गोलचा उच्च प्रशासनिक कौशल और व्यावसायिकता के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने 1984 के सिख विरोधी दंगों जैसे प्रमुख मामलों की जांच का नेतृत्व किया है।

Point of View

बल्कि यह सुनिश्चित करने के लिए भी है कि दिवाली जैसे महत्वपूर्ण अवसर पर नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
NationPress
07/10/2025

Frequently Asked Questions

दिवाली से पहले आईपीएस अधिकारियों का तबादला क्यों किया गया?
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सुरक्षा कारणों की वजह से यह निर्णय लिया है ताकि त्योहार के समय कानून-व्यवस्था बनाए रखा जा सके।
कितने आईपीएस अधिकारियों का तबादला हुआ है?
कुल छह आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया गया है।
नए आयुक्त का नाम क्या है?
नए आयुक्त का नाम सतीश गोलचा है।
ये अधिकारी कहाँ स्थानांतरित किए गए हैं?
कुछ अधिकारियों को जम्मू-कश्मीर और कुछ को अरुणाचल प्रदेश में तैनात किया गया है।
क्या इस स्थानांतरण का कोई प्रभाव पड़ेगा?
यह स्थानांतरण आगामी त्योहारों के दौरान सुरक्षा को मजबूत करने के लिए किया गया है, जिससे प्रभाव पड़ेगा।