दिल्ली कार ब्लास्ट के बाद असम में बड़ा एक्शन क्यों हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली में हुए विस्फोट के बाद असम पुलिस ने 15 लोगों को गिरफ्तार किया।
- गिरफ्तारी का कारण सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करना है।
- मुख्यमंत्री ने कार्रवाई को लेकर सख्त रुख अपनाया है।
- असम में सोशल मीडिया दुरुपयोग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी है।
नई दिल्ली/गुवाहाटी, 13 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के समीप हुए भयंकर विस्फोट के बाद असम में एक बड़ा कदम उठाया गया है। पिछले कुछ घंटों में असम पुलिस ने 15 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। इन्हें सोशल मीडिया पर भड़काऊ और आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करने का आरोप है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने जानकारी दी कि दिल्ली विस्फोट के बाद राज्य में अब तक कुल 15 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि बुधवार को 6 गिरफ्तारियां की गई थीं, जिसके बाद रातभर चले अभियान में 9 और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
रात में पकड़े गए आरोपियों में बोंगाईगांव निवासी रफीजुल अली, हैलाकांडी के फोरिद उद्दीन लस्कर, लखीमपुर के इनामुल इस्लाम और फिरुज अहमद उर्फ पोपन, बारपेटा के शाहिल शोमन सिकदर और रकीबुल सुल्तान, होजाई के नसीम अकरम, कामरूप के तस्लीम अहमद और दक्षिण सलमारा के अब्दुर रोहिम उर्फ बप्पी हुसैन शामिल हैं।
इससे पूर्व, असम पुलिस ने दरांग के मतिउर रहमान, गोलपाड़ा के हसम अली, चिरांग के अब्दुल लतीफ, कामरूप के वझुल कमाल और बोंगाईगांव के नूर अमीन अहमद को भी गिरफ्तार किया था। इन सभी पर आरोप है कि इन्होंने दिल्ली धमाके के बाद सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर भड़काऊ सामग्री साझा की।
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने स्पष्ट रूप से कहा कि असम पुलिस हिंसा को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि सोशल मीडिया का दुरुपयोग करके नफरत फैलाने या आतंकवाद को महिमामंडित करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ तेजी से कार्यवाही जारी रहेगी।
मंगलवार को दिए एक बयान में मुख्यमंत्री ने कहा कि जब दिल्ली बम विस्फोट की सूचना सोशल मीडिया पर आई, तो एक विशेष समुदाय के कुछ लोग इस पर मजाक उड़ाने लगे और 'हा, हा' इमोजी डालने लगे। यह लोग आतंकवाद का समर्थन करते हैं और हमारी पुलिस इन्हें हरहाल में पकड़ने की कोशिश कर रही है।