क्या यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन के पास बाढ़ का पानी पहुंच गया?

सारांश
Key Takeaways
- यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन की सड़क बंद हुई।
- यात्रियों को वैकल्पिक रास्तों का उपयोग करने की सलाह दी गई है।
- दिल्ली के निचले क्षेत्रों में बाढ़ का पानी घुस गया है।
- जलस्तर का निगरानी बिंदु पुराने रेलवे ब्रिज पर है।
- बाढ़ के पानी का प्रभाव प्रशासनिक कार्यालयों पर भी पड़ा है।
नई दिल्ली, 4 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना नदी के जलस्तर में वृद्धि का प्रभाव अब दिल्ली मेट्रो पर भी देखने को मिल रहा है। यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन की ओर जाने वाली सड़क को बंद कर दिया गया है। इस बारे में जानकारी दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने दी है।
डीएमआरसी ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से सड़क के बंद होने की सूचना साझा की।
डीएमआरसी ने बताया कि यमुना नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन तक जाने वाली सड़क फिलहाल बंद है। कृपया अपनी यात्रा की योजना बनाते समय वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें। हालांकि, स्टेशन सामान्य रूप से कार्यरत है और इंटरचेंज सेवाएं उपलब्ध हैं।
यह जानकारी दी गई है कि यमुना नदी का जलस्तर गुरुवार सुबह पुराने रेलवे ब्रिज पर 207.48 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान (205.33 मीटर) से काफी ऊपर है। इससे दिल्ली के निचले क्षेत्रों जैसे गीता कॉलोनी, मयूर विहार, यमुना बाजार, मजनू का टीला और कश्मीरी गेट में बाढ़ का पानी घुस गया है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सुबह 6 बजे से 7 बजे के बीच जलस्तर 207.48 मीटर पर स्थिर रहा। अधिकारियों ने बताया कि सुबह 5 बजे यह 207.47 मीटर था और रात 2 बजे से सुबह 5 बजे तक इसी स्तर पर बना रहा।
बाढ़ का पानी दिल्ली सचिवालय की ओर बढ़ गया है, जहां मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के कार्यालय हैं। इसके अलावा, वासुदेव घाट के आसपास का क्षेत्र भी पानी में डूब गया है।
बुधवार शाम को जारी बाढ़ नियंत्रण बुलेटिन में कहा गया है कि गुरुवार सुबह 8 बजे पुराने रेलवे ब्रिज पर जलस्तर 207.48 मीटर रहेगा, लेकिन इसके बाद नदी के जलस्तर में कमी आने की संभावना है।
पुराने रेलवे ब्रिज यमुना के प्रवाह और बाढ़ के जोखिम का आकलन करने के लिए एक महत्वपूर्ण निगरानी बिंदु बना हुआ है।