क्या दीपावली के बाद दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक है, सरकार क्यों नाकाम है? : उदित राज

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति गंभीर है।
- उदित राज ने बीजेपी और आम आदमी पार्टी को असक्षम बताया।
- सरकार को तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर स्थिति और बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में कांग्रेस नेता उदित राज ने केंद्र और दिल्ली की बीजेपी सरकार पर तीखा हमला किया।
उदित राज ने कहा, "जब दिल्ली में बीजेपी का शासन नहीं था, तब वह बढ़ते प्रदूषण पर अनेक बातें करती थी। अब जब वह सत्ता में है, तो पंजाब को बहाना बनाकर अपनी नाकामी को छुपा रही है। दीपावली के बाद से दिल्ली में स्मॉग और प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुँच गया है, लेकिन सरकार के पास कोई ठोस उपाय नहीं है।"
उन्होंने यह भी कहा कि यह कैसे संभव है कि एक ही दिन में प्रदूषण में अचानक वृद्धि हो गई? भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों ही असक्षम हैं और सिर्फ आरोप लगाने का खेल खेलती हैं। केवल कांग्रेस पार्टी ही जनता के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
उदित राज ने केंद्र और दिल्ली सरकार से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने की अपील की। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री, कैबिनेट और बड़े अधिकारी सभी यहाँ हैं। सभी को मिलकर इस संकट का समाधान निकालना चाहिए, लेकिन बीजेपी इसे संभालने में पूरी तरह असफल रही है।"
बिहार विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के हटने पर उदित राज ने इंडिया गठबंधन की एकजुटता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस कुछ समायोजन कर रही है और झामुमो को भी ऐसा करना चाहिए। हमारा उद्देश्य संविधान और लोकतंत्र की रक्षा करना है। इसके लिए कभी-कभी छोटे-छोटे समझौते आवश्यक होते हैं।"
उदित राज ने झारखंड विधानसभा चुनाव की मिसाल देते हुए कहा, "जब हमने झारखंड में चुनाव लड़ा तो झामुमो ने जो सीटें दीं, हमने स्वीकार कीं। बिहार में भी गठबंधन को बड़ा दिल दिखाना चाहिए।"
उन्होंने एनडीए पर भी कटाक्ष करते हुए कहा, "एनडीए में तो भितरघात हो रहा है, लेकिन इंडिया गठबंधन में ऐसी कमियां नहीं होनी चाहिए।"
उदित राज ने दिवाली के दौरान देशभर में हुए 6.05 लाख करोड़ रुपए के व्यापार के आंकड़ों को "फर्जी" बताया और कहा कि लोग महंगाई और आर्थिक कठिनाई से परेशान हैं। बचत उत्सव अब चपत उत्सव में बदल गया है। जीएसटी की दरें कम करने के नाम पर कच्चे माल की कीमतें आसमान छू रही हैं।