क्या दुर्गापुर गैंगरेप केस में पीड़िता के पुरुष मित्र की गिरफ्तारी से मामले में नया मोड़ आया?

सारांश
Key Takeaways
- दुर्गापुर गैंगरेप मामले में छह आरोपी गिरफ्तार हुए हैं।
- पीड़िता का पुरुष मित्र संदिग्ध ठहराया गया है।
- पुलिस की भूमिका को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
- मामले की जांच जारी है और निष्पक्षता बनाए रखने का प्रयास किया जा रहा है।
- समाज में जागरूकता लाने की जरूरत है।
कोलकाता, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल पुलिस ने मंगलवार को दुर्गापुर गैंगरेप की पीड़िता के पुरुष मित्र को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ, इस मामले में कुल आरोपियों की गिरफ्तारी की संख्या छह हो गई है।
द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा 10 अक्टूबर की शाम को अपने पुरुष मित्र के साथ खाना खरीदने गई थी।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी मित्र के जवाबों में विरोधाभास पाए जाने के कारण उसे गिरफ्तार किया गया।
इससे पहले, मंगलवार को उसे निजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के बाहर वन क्षेत्र में ले जाया गया ताकि पांचों आरोपियों द्वारा किए गए दावों की पुष्टि की जा सके। अन्य आरोपियों को भी वहां ले जाया गया ताकि क्राइम सीन को दोबारा बनाया जा सके।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस पूछताछ के दौरान पीड़िता के मित्र का जवाब असंगत था, जिसके चलते उसे गिरफ्तार किया गया। वह मालदा जिले का निवासी है।
गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले, आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस आयुक्त सुनील कुमार चौधरी ने कहा कि बलात्कार पीड़िता के पुरुष मित्र की भूमिका की भी जांच की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पीड़िता का दोस्त, जो इन पांच आरोपियों के अलावा घटनास्थल पर मौजूद था, उसकी भूमिका भी संदेह से परे नहीं है। हम उसकी भूमिका की भी जांच कर रहे हैं।
आपको बताना चाहेंगे कि 10 अक्टूबर को पश्चिम बर्धवान जिले के दुर्गापुर में एक निजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के बाहर वन क्षेत्र में ओडिशा की द्वितीय वर्ष की एक मेडिकल छात्रा के साथ पांच लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया।
पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। सभी फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं।