क्या प्रवर्तन निदेशालय ने कोयला माफियाओं के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया?
सारांश
Key Takeaways
- ईडी ने झारखंड और पश्चिम बंगाल में कोयला माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की है।
- 40 से अधिक स्थानों पर छापे मारे गए हैं।
- इस कार्रवाई से सरकार को करोड़ों का नुकसान हो रहा है।
- कोयला चोरी और तस्करी के मामलों में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
- आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण खुलासे होने की संभावनाएं हैं।
रांची/कोलकाता, 21 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोयला माफियाओं के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। झारखंड और पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों में 40 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की गई है। यह तलाशी अभियान कोयला कारोबार से संबंधित मामलों में आरोपियों के खिलाफ शुरू किया गया है।
जानकारी के अनुसार, झारखंड के धनबाद में कोल कारोबारी एलबी सिंह के आवास और उनसे जुड़े प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की गई। ईडी की टीमों ने धनबाद के देव बिला क्षेत्र समेत कुल 16 ठिकानों पर एक साथ दबिश दी। इसके साथ ही, अन्य क्षेत्रों में भी तलाशी अभियान जारी है।
यह ऑपरेशन कोयला चोरी और तस्करी के कई बड़े मामलों से संबंधित है, जिनमें अनिल गोयल, संजय उद्योग, एलबी सिंह और अमर मंडल के मामले शामिल हैं। इन मामलों में महत्वपूर्ण कोयला समेत अन्य चीजों की चोरी शामिल है, जिससे सरकार को सैकड़ों करोड़ रुपए का भारी वित्तीय नुकसान हुआ है।
वहीं, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल में भी छापे मारे हैं। गैर-कानूनी कोयला माइनिंग, गैर-कानूनी ट्रांसपोर्टेशन और कोयले के स्टोरेज के मामलों में दुर्गापुर, पुरुलिया, हावड़ा, कोलकाता जिलों में 24 जगहों पर ईडी की टीमें तलाशी ले रही हैं।
नरेंद्र खरका, अनिल गोयल, युधिष्ठिर घोष, कृष्ण मुरारी कयाल और अन्य से जुड़े स्थानों पर ईडी की टीमों ने छापेमारी की है।
यह झारखंड और पश्चिम बंगाल में कोयला माफियाओं के खिलाफ 40 से ज्यादा जगहों पर की गई एक समन्वित कार्रवाई मानी जा रही है। जांच के बाद आने वाले दिनों में इस मामले में कई महत्वपूर्ण खुलासे होने की संभावनाएं हैं।