क्या केरल और तमिलनाडु में ईडी की कार्रवाई से लग्जरी गाड़ियों की तस्करी का पर्दाफाश होगा?

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क्या केरल और तमिलनाडु में ईडी की कार्रवाई से लग्जरी गाड़ियों की तस्करी का पर्दाफाश होगा?

सारांश

केरल और तमिलनाडु में ईडी की छापेमारी ने लग्जरी गाड़ियों की तस्करी के बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। क्या इस जांच से तस्करों का नेटवर्क उजागर होगा? जानें पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • ईडी ने 17 ठिकानों पर छापेमारी की।
  • महंगी गाड़ियों की तस्करी में शामिल गिरोह का पर्दाफाश।
  • हवाला चैनलों के जरिए अवैध लेन-देन का संकेत।
  • जांच में फर्जी दस्तावेजों का उपयोग किया गया।
  • जारी जांच से और भी खुलासे होने की उम्मीद।

कोच्चि, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) 1999 के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कोच्चि जोनल ऑफिस ने बुधवार को केरल और तमिलनाडु के 17 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यह कार्रवाई महंगी लग्जरी गाड़ियों की तस्करी और अवैध विदेशी मुद्रा लेनदेन से जुड़े एक बड़े रैकेट की जांच के सिलसिले में की गई।

सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर ईडी ने यह छापेमारी शुरू की। जांच में पता चला है कि एक संगठित गिरोह लैंड क्रूजर, डिफेंडर, मसेराटी जैसी महंगी गाड़ियों को नेपाल और भूटान के रास्ते भारत में गैरकानूनी रूप से लाकर रजिस्ट्रेशन करवा रहा था।

प्रारंभिक जांच से यह भी सामने आया है कि इस रैकेट का संचालन कोयंबटूर से हो रहा था। गिरोह ने गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन के लिए भारतीय सेना, अमेरिकी दूतावास और विदेश मंत्रालय के फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया। ये वाहन अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और कुछ अन्य राज्यों के आरटीओ में फर्जी तरीके से रजिस्टर्ड किए गए थे।

इसके बाद इन गाड़ियों को एचएनआई (हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स), जिनमें फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोग भी शामिल हैं, को बाजार से बेहद कम दामों पर बेचा गया। कई बार ये सौदे हवाला चैनलों के जरिए विदेशों से पैसों के लेन-देन के रूप में किए गए।

ईडी ने छापेमारी में फेमा की धारा 3, 4 और 8 के तहत गंभीर उल्लंघन के प्राथमिक प्रमाण पाए हैं। इनमें अवैध विदेशी मुद्रा लेनदेन और हवाला के जरिए अंतरराष्ट्रीय भुगतान शामिल हैं।

जांच एजेंसी अब इस रैकेट के पूरे मनी ट्रेल, लाभार्थियों के नेटवर्क और विदेशी मुद्रा की आवाजाही की गहराई से पड़ताल कर रही है।

इस ऑपरेशन के तहत कोच्चि, त्रिशूर, कोझिकोड, मलप्पुरम, कोट्टायम और कोयंबटूर में कुल 17 ठिकानों पर छापेमारी की गई। इनमें फिल्म कलाकार पृथ्वीराज, दुलकर सलमान और अमित चक्कलाकल के आवास और प्रतिष्ठान भी शामिल हैं। इसके अलावा, कुछ वाहन मालिकों, ऑटो वर्कशॉप्स और व्यापारियों के यहां भी जांच की गई।

आगे की जांच जारी है और कई और खुलासे होने की संभावना है।

Point of View

बल्कि भविष्य में ऐसे मामलों की रोकथाम भी होगी।
NationPress
08/10/2025

Frequently Asked Questions

ईडी की छापेमारी का मुख्य उद्देश्य क्या था?
ईडी की छापेमारी का मुख्य उद्देश्य महंगी लग्जरी गाड़ियों की तस्करी और अवैध विदेशी मुद्रा लेनदेन की जांच करना था।
इस रैकेट का संचालन कहाँ से हो रहा था?
इस रैकेट का संचालन कोयंबटूर से हो रहा था।
छापेमारी में किन-किन स्थानों पर कार्रवाई की गई?
छापेमारी कोच्चि, त्रिशूर, कोझिकोड, मलप्पुरम, कोट्टायम और कोयंबटूर में की गई।