क्या फरीदाबाद में तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने बच्चे को रौंदा और आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है?

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क्या फरीदाबाद में तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने बच्चे को रौंदा और आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है?

सारांश

फरीदाबाद में एक दर्दनाक सड़क हादसे में 12 वर्षीय तरुण की मौत हो गई। आरोपी स्कॉर्पियो चालक अब तक पुलिस की गिरफ्त से फरार है। क्या पुलिस इस मामले में उचित कार्रवाई कर पाएगी? जानिए पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • फरीदाबाद में सड़क हादसे में 12 वर्षीय तरुण की मौत हुई।
  • आरोपी स्कॉर्पियो चालक फरार है।
  • स्थानीय लोगों ने कई बार पुलिस से शिकायत की थी।
  • पुलिस ने स्कॉर्पियो को कब्जे में लिया है।
  • तरुण के परिवार को इंसाफ की उम्मीद है।

फरीदाबाद, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। फरीदाबाद के सदर थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव में शुक्रवार शाम को एक सड़क हादसे में 12 वर्षीय तरुण की जान चली गई। इस मामले में आरोपी स्कॉर्पियो चालक अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है।

परिजनों का कहना है कि जिस गाड़ी से यह दुर्घटना हुई, वह पिछले तीन-चार दिनों से तेज गति में इसी मार्ग पर चल रही थी। गाड़ी में सवार लोग अक्सर नशा करने आते थे। कई बार स्थानीय लोगों ने स्कॉर्पियो सवार को रोका, लेकिन उन्होंने अनसुना कर दिया। पुलिस को भी इस बारे में सूचना दी गई थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

आईएमटी चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर भूपेंद्र कुमार ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में आरोपी स्कॉर्पियो के साथ भागते हुए साफ दिखाई दे रहे हैं, जबकि एक बाइक सवार उनका पीछा कर रहा है। फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।

तरुण के परिजनों ने बताया कि शुक्रवार को दोपहर करीब 3:30 बजे, कक्षा छह का छात्र तरुण ट्यूशन के लिए घर से निकला था। उसी समय एक काले रंग की स्कॉर्पियो ने उसे कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

घटना के समय स्कॉर्पियो में तीन से चार युवक सवार थे। ड्राइवर ने बेहद लापरवाही से गाड़ी चलाई। एक युवक ने बाइक से उनका पीछा किया और उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन आरोपी नहीं रुके और गाड़ी तेज गति से भगा ले गए।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।

तरुण के पिता राकेश शर्मा एक निजी कंपनी में गार्ड की नौकरी करते हैं। उन्होंने बताया कि तरुण उनका सबसे छोटा बेटा था।

परिजन विक्की ने कहा कि पुलिस ने हमें बताया था कि गाड़ी का पता चल गया है और आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा, लेकिन अब पुलिस भी कोई जानकारी नहीं दे रही है। हमें सिर्फ इंसाफ चाहिए।

पुलिस जांच में पता चला है कि स्कॉर्पियो मेरठ के एक व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड है, लेकिन इसे चला रहा युवक नीमका गांव का निवासी है। पुलिस ने स्कॉर्पियो को अपने कब्जे में ले लिया है और संदिग्धों की पहचान कर ली गई है।

Point of View

हमें इस बात पर ध्यान देने की आवश्यकता है कि हमारे बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है। पुलिस को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए ताकि इस तरह की घटनाएँ दोबारा न हों।
NationPress
14/09/2025

Frequently Asked Questions

फरीदाबाद में यह हादसा कब हुआ?
यह हादसा 14 सितंबर को हुआ।
हादसे में कितने लोग शामिल थे?
हादसे में स्कॉर्पियो में तीन से चार युवक शामिल थे।
क्या पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया?
अभी तक आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
तरुण के परिवार की क्या स्थिति है?
तरुण के परिवार को इंसाफ की उम्मीद है और वे पुलिस से उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
स्कॉर्पियो किसके नाम पर रजिस्टर्ड है?
स्कॉर्पियो मेरठ के एक व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड है।