क्या फतेहपुर के पटाखा मंडी में लगी आग ने करोड़ों का नुकसान किया?

सारांश
Key Takeaways
- फतेहपुर की पटाखा मंडी में आग लगने से कई दुकानें जल गईं।
- लगभग 70 दुकानें और 50 बाइकें आग में जल गईं।
- हादसे में 3 करोड़ रुपए के पटाखे नष्ट हो गए।
- आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया गया।
- स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के इंतजाम किए।
फतेहपुर, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में स्थित एमजी कॉलेज ग्राउंड पर बनी पटाखा मंडी में रविवार दोपहर को एक भयानक आग भड़क गई। यह हादसा लगभग 12:45 बजे हुआ। आग के तीव्र फैलाव के कारण लगभग 70 दुकानें पूरी तरह से जल गईं। इसके अलावा, पटाखा खरीदने आए लोगों की 50 से अधिक बाइकें भी आग की चपेट में आईं। इस घटना में लगभग 3 करोड़ रुपए के पटाखे भी जलकर खाक हो गए।
जानकारी के अनुसार, रविवार दोपहर बड़ी संख्या में लोग पटाखे खरीदने के लिए मंडी में आए थे। इसी दौरान किसी दुकान में शॉर्ट सर्किट के कारण आग ने भयंकर रूप ले लिया। आग ने देखते ही देखते बेकाबू होकर एक के बाद एक दुकानों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया, जिसके कारण लगातार विस्फोट होने लगे।
दुकानदारों ने बताया कि आग दुकान नंबर 2 से प्रारंभ हुई और डेढ़ घंटे के भीतर लगभग 400 धमाके हुए। दोपहर 2 बजे तक धमाके जारी रहे, जिससे मंडी में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
हादसे के दौरान कुछ लोग झुलस गए, जिन्हें तुरंत एम्बुलेंस से नजदीकी अस्पताल भेजा गया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि दो किलोमीटर तक धुआं देखा गया। पुलिस और प्रशासन की टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई और आग बुझाने का प्रयास करने लगी। स्थानीय लोग और फायर ब्रिगेड ने बालू, बाल्टी और सिलेंडरों का उपयोग कर आग को नियंत्रित करने की कोशिश की।
बताया जा रहा है कि आग सबसे पहले एक दुकान में लगी और फिर तेजी से पूरी मंडी में फैल गई। मात्र 15-20 मिनट में पूरी मंडी आग की चपेट में आ गई। इस दौरान कई दुकानें जल गईं और कई गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हुईं। हालांकि, किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली। फायर ब्रिगेड की मदद से आग को काफी हद तक काबू में किया गया।
दुकानदारों का कहना है कि आग लगने का मुख्य कारण शॉर्ट सर्किट है। पटाखों की उपस्थिति के कारण आग और विस्फोट तेजी से फैल गए। घटना के बाद से इलाके में भारी सुरक्षा और प्रशासनिक बंदोबस्त किया गया है, जिससे लोगों में डर और चिंता का माहौल बना हुआ है।