रांची: क्या केंद्रीय मंत्री गडकरी ने रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर को जनता के लिए समर्पित किया?

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रांची: क्या केंद्रीय मंत्री गडकरी ने रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर को जनता के लिए समर्पित किया?

सारांश

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रांची में 6,300 करोड़ की लागत की 11 एनएच परियोजनाओं का उद्घाटन किया। वह रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर और अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं के बारे में जानकारी दी। क्या यह झारखंड के विकास में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा?

Key Takeaways

  • रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन 560 करोड़ की लागत से हुआ।
  • केंद्र सरकार ने झारखंड में 2 लाख करोड़ की परियोजनाएं शुरू की हैं।
  • परिवहन व्यय 16% से घटकर 10% पर पहुंच गया है।
  • वाराणसी-कोलकाता-रांची ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण मार्च 2028 में पूरा होगा।
  • झारखंड में आउटर रिंग रोड निर्माण के लिए 6,000 करोड़ की परियोजना जल्द शुरू होगी।

रांची, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने झारखंड को 6,300 करोड़ से अधिक लागत की 11 एनएच परियोजनाओं का उपहार दिया है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने रांची और गढ़वा में आयोजित कार्यक्रमों में इन परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।

गडकरी ने गुरुवार शाम लगभग 6.30 बजे रांची में एनएचएआई द्वारा 560 करोड़ की लागत से बने रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन किया, जिस पर जनता ने ‘नरेंद्र मोदी जिंदाबाद’ और ‘नितिन गडकरी जिंदाबाद’ के नारे लगाए।

इसके बाद, ओटीसी ग्राउंड में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने रांची में आउटर रिंग रोड निर्माण के लिए 6,000 करोड़ रुपए की लागत वाली परियोजना की जल्द शुरुआत का ऐलान किया।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में सात वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं और यह विकास यात्रा निरंतर जारी है। 'विकसित भारत' के लक्ष्य को हासिल करने के लिए झारखंड का विकास आवश्यक है। केंद्र सरकार का वादा है कि झारखंड के विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। वर्तमान में झारखंड में राष्ट्रीय राजमार्ग और परिवहन संरचनाओं के विकास के लिए 2 लाख करोड़ की परियोजनाएं चल रही हैं। इनमें से कई परियोजनाएं लागू हो चुकी हैं और अन्य पर कार्य चल रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने रांची-संभलपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर, रांची-खूंटी फोरलेन और पाकुड़ एवं हंटरगंज में बाईपास की परियोजनाओं को मंजूरी देने की भी घोषणा की। उनका कहना था कि अगले दो वर्षों में भारत का सड़क इन्फ्रास्ट्रक्चर अमेरिका के स्तर तक पहुंच जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं पर चल रहे कार्य का परिणाम है कि देश में हाल के वर्षों में परिवहन व्यय 16 प्रतिशत से घटकर 10 प्रतिशत पर पहुंच गया है। इससे पूरे देश में निर्यात, उद्योग, व्यापार और रोजगार के विकास के द्वार खुल रहे हैं। वाराणसी-कोलकाता-रांची ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण कार्य मार्च 2028 में पूरा होगा। इस महत्वपूर्ण परियोजना का 203 किमी क्षेत्र झारखंड में है। परियोजना पूरी होने पर वाराणसी से रांची की यात्रा का समय 9 घंटे से घटकर 4.30 घंटे हो जाएगा।

गडकरी ने रांची में आयोजित कार्यक्रम में बरही-कोडरमा फोरलेन, पलमा से गुमला तक 63 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क, गिरिडीह शहर में एनएच 114 ए सड़क चौड़ीकरण, गोड्डा से सुंदरपहाड़ी एनएच 333 ए पर टू लेन पेव्ड शोल्डर चौड़ीकरण, बाराहाट से तुलसीपुर टू लेन पेव्ड शोल्डर परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इसके साथ ही, उन्होंने दामोदर नदी पर हाई लेवल ब्रिज एवं आरओबी, सिमडेगा जिले में 8 हाई लेवल ब्रिज और मुर्गाताल से मानपुर तक पेव्ड शोल्डर चौड़ीकरण की परियोजनाओं का शिलान्यास किया।

इससे पहले गढ़वा जिला मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने झारखंड-छत्तीसगढ़ सीमा से गुमला तक फोरलेन सड़क का उद्घाटन और शंखा से खजुरी तक फोरलेन सड़क परियोजना का शिलान्यास किया। इन सभी परियोजनाओं की लागत 6,300 करोड़ से अधिक है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा उद्घाटन की गई परियोजनाएं झारखंड के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। बुनियादी ढांचे का विस्तार न केवल आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा, बल्कि रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि करेगा। केंद्र सरकार का यह प्रयास विकास को गति देने में सहायक सिद्ध होगा।
NationPress
25/07/2025

Frequently Asked Questions

रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन कब हुआ?
रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन 3 जुलाई 2023 को हुआ।
इन परियोजनाओं की कुल लागत कितनी है?
इन परियोजनाओं की कुल लागत 6,300 करोड़ रुपये से अधिक है।
ये परियोजनाएं झारखंड के विकास में कैसे सहायक होंगी?
ये परियोजनाएं बुनियादी ढांचे को मजबूत कर, परिवहन लागत को घटाकर और रोजगार के अवसरों को बढ़ाकर झारखंड के विकास में सहायक होंगी।