क्या श्रावण मास कांवड़ यात्रा के लिए गौतमबुद्धनगर में सुरक्षा और सुविधाओं के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं?

सारांश
Key Takeaways
- गौतमबुद्धनगर में कांवड़ यात्रा के लिए सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
- ट्रैफिक डायवर्जन योजना लागू है।
- चिकित्सा सुविधा के लिए एम्बुलेंस और शिविरों की व्यवस्था की गई है।
- सोशल मीडिया पर निगरानी की जा रही है।
- सुरक्षा को लेकर कड़े नियम लागू हैं।
नोएडा, 11 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। श्रावण मास के तहत शुक्रवार से कावड़ यात्रा की शुरुआत हो चुकी है। आज से लेकर 25 जुलाई तक गौतमबुद्ध नगर में धारा 163 लागू कर दी गई है। इसके साथ ही, ट्रैफिक डायवर्जन योजना भी आज रात 10 बजे से प्रभावी होगी जो 25 जुलाई तक जारी रहेगी।
इसलिए, यात्रा पर निकलने से पहले ट्रैफिक डायवर्जन की जानकारी अवश्य प्राप्त करें। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी कठोर इंतजाम किए गए हैं। सीसीटीवी कैमरे कावड़ यात्रा के मार्ग पर लगाए गए हैं और उनकी निगरानी कंट्रोल रूम द्वारा की जाएगी।
गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट द्वारा जारी नियमों के अनुसार, कांवड़ संघों, शिविर आयोजकों और डीजे संचालकों के साथ पुलिस अधिकारियों ने बैठक की है। इसमें कहा गया कि किसी भी वाहन पर लगाए जाने वाले डीजे का ऊँचाई 10 फीट और चौड़ाई 12 फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए। डीजे की ध्वनि को भी उच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार होना चाहिए, ताकि कोई दुर्घटना न हो।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी के सहयोग से यात्रा मार्गों पर 8 एम्बुलेंस और अनेक चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए हैं। इन शिविरों में 16 डॉक्टर, 16 फार्मासिस्ट, 16 वार्ड ब्वॉय और हेल्प डेस्क के साथ आवश्यक दवाइयों की व्यवस्था की गई है। बिजली के करंट से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कांवड़ मार्ग पर 600 से अधिक बिजली के पोल और 50 से अधिक ट्रांसफॉर्मर पर इंसुलेशन का कार्य पूरा किया गया है।
श्रावण शिवरात्रि के अवसर पर होने वाले मेलों और शिविरों में बैरिकेडिंग, प्रकाश व्यवस्था और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। पुलिस द्वारा सोशल मीडिया की 24x7 निगरानी की जा रही है। किसी भी प्रकार की अफवाह या सांप्रदायिक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में नागरिक पुलिस, यातायात पुलिस एवं पीएसी बल तैनात हैं।