क्या गायत्री प्रजापति पर हमला सियासी खेल है? संजय निषाद ने कहा- दोषियों के खिलाफ होगी कठोर कार्रवाई

सारांश
Key Takeaways
- गायत्री प्रजापति पर हमला राजनीतिक चर्चाओं को बढ़ाता है।
- संजय निषाद ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
- भारत में संविधान का महत्व है।
- सभी धर्मों का सम्मान आवश्यक है।
लखनऊ, 1 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति पर जेल में हुए हमले के बाद सियासी मंथन तेज हो गया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के आरोपों का जवाब देते हुए यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा कि हमारी सरकार पिछली सरकारों की तुलना में बेहतर कार्य कर रही है और जनता ने भी इस अंतर को अनुभव किया है।
कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में पुष्टि की, "गायत्री प्रजापति पर हुए हमले की जांच की जाएगी और जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे। पिछली सरकारों की तुलना में हमारी सरकार ने अच्छा प्रदर्शन किया है, जिसे जनता ने पहचाना है।"
बरेली में 'आई लव मोहम्मद' विवाद के संदर्भ में मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ की गई कार्रवाई का संजय निषाद ने समर्थन किया। उन्होंने कहा, "जो लोग इस मामले में शामिल हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मैं स्पष्ट करना चाहता हूँ कि भारत का संविधान सर्वोपरि है।"
संजय निषाद ने बिहार एसआईआर की अंतिम मतदाता सूची पर टिप्पणी करते हुए कहा, "एसआईआर के तहत 68 लाख नाम हटाए गए हैं, जिनमें से अधिकांश मृतक हैं। इसके अलावा, 26 लाख नए नाम जोड़े गए हैं। मैं चुनाव आयोग को बधाई देता हूँ, जिन्होंने कम समय में यह ऐतिहासिक कार्य किया है।"
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर भी संजय निषाद ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "भारत एक राष्ट्रवादी देश है और हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। देश में दंगा करने वालों के लिए कोई स्थान नहीं है। मुसलमानों को राजनीति का शिकार नहीं बनने देना चाहिए, उन्हें विकास का हिस्सा बनाना चाहिए।"
मध्य प्रदेश में अवैध मदरसों के खिलाफ हुई कार्रवाई को संजय निषाद ने सही ठहराया। उनका कहना था, "जो भी अवैध होगा, उस पर कार्रवाई होगी।"