क्या गाजीपुर के नगर पंचायत चेयरमैन रियाज अंसारी को मुख्तार अंसारी गैंग से जुड़े होने के कारण गिरफ्तार किया गया?

सारांश
Key Takeaways
- रियाज अंसारी को गैंगस्टर एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है।
- उसकी पत्नी को फर्जी नौकरी के लिए बर्खास्त किया गया।
- कुल 13 मामले पहले से रियाज अंसारी के खिलाफ दर्ज हैं।
- पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है, जिससे समाज में सुरक्षा का माहौल बनेगा।
- तीन अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं।
गाजीपुर, 1 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पुलिस ने मुख्तार अंसारी के आईएस 191 गैंग के एक सहयोगी और नगर पंचायत बहादुरगंज के चेयरमैन रियाज अंसारी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की है। पुलिस ने 30 अगस्त को उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत मामला दर्ज किया और उसे 31 अगस्त की शाम को गिरफ्तार कर लिया। अब उसे फिर से जेल भेजने की प्रक्रिया चल रही है।
कासिमाबाद के क्षेत्राधिकारी अनुभव राजर्षि ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि रियाज अंसारी नगर पंचायत बहादुरगंज का अध्यक्ष है और वह मुख्तार अंसारी गैंग का एक सक्रिय सदस्य है। इसके अलावा, उसका अपना भी एक गिरोह है। वह अपने गिरोह के माध्यम से लोगों को धमकाकर और डराकर उनकी ज़मीनों पर कब्ज़ा कर लिया करता था। उसकी पत्नी, जो पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष रह चुकी है, एक मदरसे में सहायक अध्यापिका के पद पर काम कर रही थी।
जांच के दौरान यह पता चला कि रियाज अंसारी की पत्नी फर्जी सर्टिफिकेट के माध्यम से नौकरी कर रही थी, जिसके चलते विभाग ने उसे सहायक अध्यापक के पद से बर्खास्त कर दिया। विभाग अब उसके वेतन की रिकवरी करने की प्रक्रिया में है। इस मामले में, रियाज अंसारी ने मदरसा प्रबंधक को धमकाया।
मदरसा प्रबंधक द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने रियाज अंसारी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके अलावा, उसके खिलाफ कई अन्य मामलों में भी पहले से मुकदमे दर्ज हैं। कुल मिलाकर उसके खिलाफ 13 मुकदमे हैं, जिसके आधार पर उसे गैंगस्टर एक्ट के तहत आरोपित किया गया है। इस मामले में रियाज अंसारी और उसकी पत्नी सहित चार लोग नामज़द किए गए हैं।
पुलिस ने रियाज अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अभी भी तीन अन्य आरोपी फरार हैं।