क्या पंखुड़ी की फीस माफ होने के बाद उसकी पढ़ाई फिर से शुरू हो गई?

सारांश
Key Takeaways
- पंखुड़ी त्रिपाठी ने आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद अपनी पढ़ाई शुरू की।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उसकी मदद की।
- सरकारी योजनाओं का सही उपयोग बच्चों के भविष्य को संवार सकता है।
- शिक्षा का अधिकार हर बच्चे का है।
- समाज के सहयोग से कोई भी बच्चा अपने सपनों को साकार कर सकता है।
गोरखपुर, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। आर्थिक समस्याओं के चलते फीस न भर पाने के कारण स्कूल से बाहर रहने वाली पंखुड़ी त्रिपाठी की पढ़ाई आज से पुनः शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री द्वारा जनता दर्शन में पंखुड़ी की समस्या को सुनने के बाद प्रशासन और शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रबंधन से संपर्क कर उसकी फीस माफ कर दी। इस प्रकार, कक्षा सात में पढ़ने वाली इस छात्रा ने आज स्कूल जाकर अपनी पढ़ाई फिर से प्रारंभ कर दी है।
पढ़ाई शुरू करने के बाद पंखुड़ी और उसके माता-पिता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार व्यक्त किया है। पंखुड़ी ने कहा, "थैंक्यू महाराज जी।" उसने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री बहुत अच्छे हैं और उनकी मदद से ही उसकी पढ़ाई फिर से शुरू हो पाई है। पंखुड़ी के पिता राजीव त्रिपाठी और माता मीनाक्षी ने भी मुख्यमंत्री को धन्यवाद कहा और उनके कार्य के प्रति भरोसा जताया।
1 जुलाई को गोरखपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दर्शन में पंखुड़ी ने उनसे कहा था, "महाराज जी, मैं पढ़ना चाहती हूं, कृपया मेरी फीस माफ कर दीजिए।" उसने बताया कि उसके पिता को चोट लगने के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है और उसकी मां मीनाक्षी एक दुकान पर काम कर रही हैं।
पंखुड़ी ने बताया कि फीस न जमा कर पाने के कारण वह कक्षा सात में पढ़ाई नहीं कर पा रही थी। मुख्यमंत्री योगी ने उसे आश्वासन दिया था कि उसकी पढ़ाई में कोई रुकावट नहीं आएगी और फीस माफ कर दी जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को भी निर्देशित किया था।
मुख्यमंत्री के जनता दर्शन के बाद प्रशासन और शिक्षा विभाग ने सरस्वती शिशु मंदिर से संपर्क कर पंखुड़ी की फीस माफ की और उसे बताया कि वह सोमवार से स्कूल जा सकती है। आज पंखुड़ी ने स्कूल यूनिफॉर्म पहनकर कक्षा सात वर्ग बी में अपनी पढ़ाई फिर से शुरू कर दी है।