क्या ग्रेटर नोएडा में अतिक्रमण पर चला बुलडोजर? 100 करोड़ की जमीन मुक्त!

सारांश
Key Takeaways
- ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की।
- 50 हजार वर्ग मीटर भूमि को 100 करोड़ रुपए में मुक्त कराया गया।
- कॉलोनाइजर ने अवैध निर्माण करने का प्रयास किया।
- प्राधिकरण ने सख्त चेतावनी दी है।
- भूमि खरीदने से पहले प्राधिकरण से जानकारी लेने की सलाह।
ग्रेटर नोएडा, 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने ग्राम चिटेहरा में अधिसूचित क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ शुक्रवार को बुलडोजर चलाया। प्राधिकरण ने लगभग 50 हजार वर्ग मीटर भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवा लिया है, जिसकी अनुमानित कीमत 100 करोड़ रुपए है।
सूत्रों के अनुसार, कॉलोनाइजर इस भूमि पर अवैध निर्माण कर वेयरहाउस बनाने का प्रयास कर रहे थे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। प्राधिकरण की टीम लगातार अतिक्रमणकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। शुक्रवार को, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम ने चिटेहरा गांव में कार्रवाई की।
प्राधिकरण के एसीईओ सुमित यादव ने बताया कि कॉलोनाइजर ग्रेटर नोएडा के अधिसूचित क्षेत्र ग्राम चिटेहरा के खसरा संख्या-169, 170, 171 और 172 पर बिना प्राधिकरण की अनुमति के निर्माण कर अवैध कॉलोनी काटने की कोशिश कर रहे थे। अवैध निर्माण पर रोक लगाने के लिए प्राधिकरण ने नोटिस भी जारी किया था, लेकिन कॉलोनाइजर चोरी-छिपे अवैध कॉलोनी काटने का प्रयास कर रहे थे।
शुक्रवार को महाप्रबंधक परियोजना एके सिंह, विशेष कार्याधिकारी जितेंद्र गौतम, ओएसडी राम नयन सिंह, वर्क सर्किल तीन के प्रभारी राजेश कुमार निम और वर्क सर्किल 1 के प्रभारी प्रभात शंकर सहित वर्क सर्किल 1, 2, 3 और 4 के सभी स्टाफ ने मिलकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की। प्राधिकरण की टीम ने 6 जेसीबी और 5 डंपर की मदद से तीन घंटे में कार्रवाई पूरी की। मुक्त कराई गई भूमि की कीमत 100 करोड़ रुपए आंकी गई थी।
एसीईओ सुमित यादव ने अतिक्रमण करने वालों को चेतावनी दी है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में बिना अनुमति या बिना नक्शा पास कराए अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसीईओ ने जनमानस से अपील की है कि ग्रेटर नोएडा में कहीं भी भूमि खरीदने से पहले प्राधिकरण से संपर्क कर पूरी जानकारी प्राप्त करें। अवैध कॉलोनी में अपनी मेहनत की कमाई न फंसाएं।