क्या ग्रेटर नोएडा में छात्र पर कैब चढ़ने का मामला गंभीर है?
सारांश
Key Takeaways
- सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है।
- तत्काल सहायता की महत्ता को समझना चाहिए।
- सीसीटीवी फुटेज का उपयोग सुरक्षा के लिए किया जा सकता है।
- अवैध पार्किंग की समस्या को हल करने की जरूरत है।
- पुलिस कार्रवाई समय पर होनी चाहिए।
ग्रेटर नोएडा, 22 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। ग्रेटर नोएडा के अजनारा होम सोसायटी में पिछले बुधवार को एक 8 साल का छात्र अपनी बहन के साथ स्कूल जा रहा था। इसी दौरान वह फिसलकर गिर गया और पीछे से आ रही कैब के नीचे आ गया। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। सौभाग्य से बच्चों को गंभीर चोट नहीं आई और वे सुरक्षित रहे।
इस मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए कैब को अपने कब्जे में ले लिया है और आरोपी ड्राइवर को हिरासत में लिया गया है। पुलिस के अनुसार, सोसायटी के जे-टावर के सामने स्कूल जा रहा एक छात्र कैब के चपेट में आ गया।
हादसा उस समय हुआ जब 8 वर्षीय छात्र सुदीप कुमार अपने स्कूल बैग और बहन के साथ सोसायटी के गेट की ओर जा रहा था। सीसीटीवी फुटेज में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि बच्चा अचानक फिसलकर गिर जाता है और पीछे से आ रही कार का अगला पहिया उसके ऊपर चढ़ जाता है।
कैब का चालक आकाश कुमार राजपूत (निवासी जटपुरा सुमाली, जिला अमरोहा) था। जब बच्चा कार के सामने गिरा, तो कैब का पहिया उसके ऊपर चढ़ गया, लेकिन ड्राइवर ने तुरंत ब्रेक लगा दिए। वहां मौजूद लोग, छात्र की बहन और अन्य महिलाएं तुरंत दौड़कर पहुंचे और बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
बच्चे के हाथ-पैर और शरीर के कई हिस्सों में चोट आई, जिसके बाद उसे नजदीकी प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी स्थिति स्थिर है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि सोसायटी में सुरक्षा और यातायात व्यवस्था बहुत खराब है।
प्रवेश और निकास गेटों के पास अवैध पार्किंग की समस्या है, जिससे आवाजाही में बाधा आती है और हादसे का खतरा बढ़ता है। निवासियों ने बिल्डर पर आरोप लगाया है कि सुरक्षित आवाजाही के लिए कोई स्पष्ट ट्रैफिक व्यवस्था नहीं की गई है, जबकि इन समस्याओं की शिकायत बार-बार की जा चुकी है।
घटना की सूचना मिलते ही थाना बिसरख पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने कार को जब्त कर लिया है और चालक आकाश कुमार को हिरासत में लिया गया है; आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जांच में बच्चे को गंभीर चोटें नहीं आई हैं, लेकिन मामले की विस्तृत जांच जारी है।