क्या छत्तीसगढ़ में 'जीएसटी बचत उत्सव' की धूम है?

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी बचत उत्सव का आयोजन छत्तीसगढ़ में हुआ है।
- शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने मिठाइयां बांटी।
- जीएसटी दरों में कमी से खरीदारी में आर्थिक बचत होगी।
- यह 100 दिनों का राष्ट्रव्यापी अभियान है।
- महत्वपूर्ण वस्तुओं पर टैक्स दरें घटाई गई हैं।
बालोद, 24 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ में 'जीएसटी बचत उत्सव' की धूम मची हुई है। बालोद जिले के दौरे पर पहुंचे शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने 'जीएसटी बचत उत्सव' के तहत व्यापारियों और ग्राहकों के साथ संवाद किया। इस अवसर पर उन्होंने गुलाब और मिठाइयां बांटकर जीएसटी दरों में कटौती के फायदों की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि जीएसटी दरों में कमी से खरीदारी और अधिक किफायती होगी, जिससे लोगों को आर्थिक बचत होगी।
छत्तीसगढ़ सरकार में शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि पीएम मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से यह घोषणा की थी कि जीएसटी स्लैब में बदलाव किया जाएगा। इसके बाद जीएसटी काउंसिल की बैठक हुई और उसमें नई जीएसटी दरों की घोषणा की गई। इसी संदर्भ में भाजपा कार्यकर्ता व्यापारियों से मिलकर इस जानकारी को साझा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "व्यापारी वर्ग पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को जीएसटी दरों में बदलाव के लिए धन्यवाद कर रहा है। मेरा मानना है कि जीएसटी स्लैब में बदलाव का लाभ आम जनता और व्यापारियों को मिलेगा। यह जीएसटी बचत उत्सव आम आदमी के लिए एक वरदान है।"
केंद्र सरकार ने देशभर में 22 सितंबर से 'जीएसटी बचत उत्सव' की शुरुआत की है, जो नवरात्रि के शुभ अवसर पर आरंभ हुआ। इसका उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है और यह बताना है कि जीएसटी 2.0 सुधारों के तहत रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं पर टैक्स दरें घटाई गई हैं, जिससे हर खरीदारी पर अधिक बचत हो सकेगी।
मुख्यतः 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत के दो जीएसटी स्लैब रहेंगे, जिसमें भोजन, दवाइयां, साबुन, टूथपेस्ट, बीमाटैक्स-फ्री होंगी या सबसे कम 5 प्रतिशत स्लैब में आएंगी। यह 100 दिनों का राष्ट्रव्यापी अभियान है, जिसका उद्देश्य लोगों की बचत बढ़ाना, व्यापार को सरल बनाना और भारत की विकास यात्रा को गति देना है।