क्या उत्तराखंड से गुजरात तक बारिश से हाहाकार मचा है? अमित शाह ने प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की

सारांश
Key Takeaways
- अमित शाह ने प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से संवाद किया।
- गुजरात, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ में भारी बारिश से तबाही।
- एनडीआरएफ की टीमें राहत कार्यों में तैनात।
- मुख्यमंत्रियों ने केंद्र सरकार से मदद का आश्वासन प्राप्त किया।
- सतत निगरानी और मदद के लिए केंद्र सरकार सक्रिय।
नई दिल्ली, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। देश के कई राज्यों में मानसून के आगमन के साथ ही भारी बारिश ने समस्याएँ उत्पन्न कर दी हैं। गुजरात, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ सहित विभिन्न राज्यों में आई आपदा ने जबरदस्त तबाही मचाई है। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की और उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "देश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश के मद्देनजर गुजरात, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की। इन राज्यों में जरूरतमंद लोगों के लिए एनडीआरएफ की पर्याप्त टीमें तैनात की गई हैं और आवश्यकता पड़ने पर और टीमें भेजी जा सकती हैं। केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया है।"
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ हुई बातचीत की जानकारी साझा की। उन्होंने एक्स पर लिखा, "अमित शाह ने दूरभाष पर श्री केदारनाथ धाम सहित राज्य के विभिन्न आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों में हो रही अतिवृष्टि की स्थिति की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आश्वस्त किया कि केंद्र सरकार की आपातकालीन राहत एजेंसियों एनडीआरएफ/आईटीबीपी को तत्परता से तैनात किया जा रहा है, ताकि चारधाम यात्रा बाधित न हो और श्रद्धालुओं को आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा न हो।"
उन्होंने आगे कहा, "साथ ही राज्य के अन्य संवेदनशील जिलों में भी सतत निगरानी रखते हुए हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के संबंध में भी आश्वासन दिया। केंद्रीय गृह मंत्री का इस संवेदनशील, सक्रिय और सहृदय नेतृत्व के लिए हार्दिक आभार।"
ध्यान दें कि भारी बारिश के कारण सबसे अधिक हिमाचल प्रदेश प्रभावित हुआ है। यहां जानमाल का काफी नुकसान हुआ है और कई लोग अचानक आई आपदा के बाद से लापता हैं।