क्या टीएमसी सरकार जनता के प्रति उदासीन है और वादों को पूरा करने में नाकाम है? : गुलाम अहमद मीर

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क्या टीएमसी सरकार जनता के प्रति उदासीन है और वादों को पूरा करने में नाकाम है? : गुलाम अहमद मीर

सारांश

हावड़ा में आयोजित 'मतदाता अधिकार सम्मेलन' में गुलाम अहमद मीर ने केंद्र और राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए उनके वादे और जनता के प्रति उदासीनता की चर्चा की। क्या यह वादाखिलाफी जनता में असंतोष पैदा कर रही है?

Key Takeaways

  • टीएमसी सरकार पर जनता के प्रति उदासीनता का आरोप
  • कांग्रेस कार्यकर्ताओं से एकजुटता की अपील
  • सत्ता में रहने के बावजूद वादों का न पूरा होना

हावड़ा, ११ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल के कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने शनिवार को हावड़ा के शिवपुर में आयोजित 'मतदाता अधिकार सम्मेलन' में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कांग्रेस समर्थकों में उत्साह भरते हुए केंद्र और राज्य सरकार पर कड़ा हमला किया।

गुलाम अहमद मीर ने भाजपा और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर जनता के प्रति उदासीनता और वादाखिलाफी का आरोप लगाया।

उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी राय व्यक्त की। गुलाम अहमद मीर ने कहा, "चाहे भाजपा हो या तृणमूल कांग्रेस की सरकार, लंबे समय तक सत्ता में रहने के बावजूद उन्होंने अपने वादों का एक प्रतिशत भी पूरा नहीं किया। इससे जनता में गुस्सा बढ़ रहा है। लोगों के गुस्से की एक सीमा होती है। भाजपा को अपने कर्मों का फल भुगतना पड़ेगा। यही सवाल तृणमूल सरकार पर भी लागू होता है।"

उन्होंने राज्यपाल पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह "दिल्ली सरकार का एक अंग" और "भाजपा के एजेंट" की तरह काम कर रहे हैं।

कांग्रेस नेता ने केंद्र और राज्य सरकार पर लोगों की जरूरतों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "इन सरकारों ने इतने वर्षों में जनता की मांगों को पूरा करने के लिए क्या किया? यह सवाल उठना चाहिए। लेकिन इसके बजाय, उनके बीच फूट की राजनीति चल रही है।"

उन्होंने एसआईआर के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि कांग्रेस को इससे कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन इसकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जाने चाहिए। संसद के अंदर और बाहर सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ विचार-विमर्श होना चाहिए। बिहार में ऐसा नहीं हुआ और अब पश्चिम बंगाल में इसे लागू करने की योजना है। ऐसे में जनता को जागरूक रहने की आवश्यकता है।

गुलाम अहमद मीर ने आगे कहा कि मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर जनता के मुद्दों को उठाने की अपील करता हूं। आगामी विधानसभा चुनाव को हमें मजबूती के साथ लड़ना है और प्रदेश में सरकार बनाना हमारा लक्ष्य होना चाहिए। कांग्रेस पार्टी जनता की आवाज को बुलंद करने का कार्य कर रही है, हमारी लड़ाई जारी रहेगी। जनता अब बदलाव चाहती है और कांग्रेस इस बदलाव का नेतृत्व करने के लिए तैयार है।

इस सम्मेलन में मीर के साथ-साथ पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष शुभंकर सरकार, वरिष्ठ नेता प्रदीप भट्टाचार्य और अन्य प्रमुख नेता मौजूद थे।

Point of View

यह स्पष्ट है कि राजनीतिक दलों की जिम्मेदारी सिर्फ चुनावी वादे करना नहीं, बल्कि जनता की आवश्यकताओं को समझना और उन्हें पूरा करना भी है। वर्तमान में, कांग्रेस का दृष्टिकोण जनता के मुद्दों को उठाने और उन्हें सशक्त बनाने पर केंद्रित है।
NationPress
11/10/2025

Frequently Asked Questions

गुलाम अहमद मीर ने किस मुद्दे पर बात की?
गुलाम अहमद मीर ने केंद्र और राज्य सरकार की वादाखिलाफी और जनता के प्रति उदासीनता पर बात की।
क्या टीएमसी सरकार जनता की मांगों को पूरा कर रही है?
गुलाम अहमद मीर के अनुसार, टीएमसी सरकार ने अपने वादों का एक प्रतिशत भी पूरा नहीं किया है।