क्या हर कश्मीरी आतंकवादी है? दिल्ली विस्फोट पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का बयान

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क्या हर कश्मीरी आतंकवादी है? दिल्ली विस्फोट पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का बयान

सारांश

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हाल ही में दिल्ली में हुए आतंकवादी हमले पर अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हर कश्मीरी को आतंकवाद से जोड़ना उचित नहीं है और यह ज़रूरी है कि हम निर्दोष लोगों को न्याय दिलाने की कोशिश करें। जानिए, इस पर उनका क्या कहना है।

Key Takeaways

  • हर कश्मीरी को आतंकवादी नहीं माना जाना चाहिए।
  • निर्दोष लोगों को न्याय दिलाना आवश्यक है।
  • आतंकवाद का समाधान संवाद और समर्पण से संभव है।
  • अमन और भाईचारे को बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
  • कुछ लोग ही आतंकवाद का सहारा लेते हैं।

जम्मू, १३ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हर कश्मीरी को आतंकवाद से जोड़ा जाना उचित नहीं है। उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर का प्रत्येक निवासी आतंकवादी नहीं है या आतंकवादियों से संबंधित नहीं है।

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में नई दिल्ली के लाल किले के पास हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की, जिसमें कम से कम १२ लोग मारे गए हैं।

उन्होंने कहा, "इस घटना की जितनी निंदा की जाए, कम है। निर्दोष लोगों का कत्ल किसी भी मजहब द्वारा स्वीकार्य नहीं है। कार्रवाई चल रही है और जांच जारी रहेगी, लेकिन हमें ध्यान रखना चाहिए कि जम्मू-कश्मीर का हर नागरिक आतंकवादी नहीं है और न ही वह आतंकियों के साथ है।"

उमर अब्दुल्ला ने कहा कि केवल कुछ लोग हैं, जिन्होंने यहाँ अमन और भाईचारे को बाधित करने का प्रयास किया है। उन्होंने आगे कहा कि जब हम जम्मू-कश्मीर के सभी निवासियों और सभी कश्मीरी मुसलमानों को एक ही दृष्टिकोण से देखते हैं और मानते हैं कि उनमें से हर एक आतंकवादी है, तो लोगों को सही मार्ग पर रखना कठिन हो जाता है।

दिल्ली कार ब्लास्ट के आतंकियों की पेशेवर पृष्ठभूमि (जिनमें डॉक्टर भी शामिल हैं) के बारे में उमर अब्दुल्ला ने कहा कि शिक्षित लोग भी ऐसी गतिविधियों में शामिल नहीं होते हैं। उन्होंने कहा, "क्या हमने पहले विश्वविद्यालयों के प्रोफेसरों को नहीं देखा? मैं इस बात से हैरान हूँ कि उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया, लेकिन इसके बाद किस प्रकार की जांच की गई? मुकदमा क्यों नहीं चलाया गया?"

इस बीच, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इस घटना के लिए दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, लेकिन निर्दोष लोगों को इससे दूर रखा जाना चाहिए। उन्होंने दोहराया कि केवल कुछ ही लोग हैं जो इस हमले के लिए जिम्मेदार हैं।

गौरतलब है कि दिल्ली कार ब्लास्ट और फरीदाबाद में आतंकवादी मॉड्यूल के खुलासे के दौरान पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों में से अधिकतर जम्मू-कश्मीर के निवासी हैं।

Point of View

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का यह बयान महत्वपूर्ण है। यह दर्शाता है कि केवल कुछ लोग ही आतंकवाद का सहारा लेते हैं, जबकि अधिकांश लोग शांति और विकास के पक्षधर हैं। हमें यह समझने की आवश्यकता है कि आतंकवाद का समाधान केवल सख्ती से नहीं, बल्कि संवाद और समर्पण से हो सकता है।
NationPress
13/11/2025

Frequently Asked Questions

उमर अब्दुल्ला ने दिल्ली विस्फोट पर क्या कहा?
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हर कश्मीरी को आतंकवाद से जोड़ना उचित नहीं है और यह जरूरी है कि हम निर्दोष लोगों को न्याय दिलाने की कोशिश करें।
दिल्ली कार ब्लास्ट में कितने लोग मारे गए?
दिल्ली में हुए आतंकवादी हमले में कम से कम 12 लोग मारे गए हैं।
उमर अब्दुल्ला ने आतंकवाद के संदर्भ में क्या चिंता जताई?
उन्होंने कहा कि कुछ ही लोग हैं जो अमन को बिगाड़ने का काम कर रहे हैं, और हमें सभी कश्मीरियों को एक समान दृष्टि से नहीं देखना चाहिए।