क्या हरसिमरत कौर बादल ने चुनाव आयोग से पटियाला एसएसपी को सस्पेंड करने की अपील की?
सारांश
Key Takeaways
- हरसिमरत कौर का चुनाव आयोग से अपील
- पटियाला एसएसपी को सस्पेंड करने की मांग
- पुलिस अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई
- आम आदमी पार्टी के खिलाफ सख्त कार्रवाई
- वायरल कॉन्फ्रेंस कॉल की फोरेंसिक जांच
नई दिल्ली, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) की नेता हरसिमरत कौर बादल ने शुक्रवार को भारत के चुनाव आयोग से अनुरोध किया कि वह पटियाला के सीनियर सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (एसएसपी) वरुण शर्मा को तत्काल सस्पेंड करने का आदेश दे। इसके अलावा, उन्होंने पंजाब में ब्लॉक समिति और जिला परिषद चुनावों में नॉमिनेशन में रुकावट डालने और वोटरों को भयभीत करने वाले सभी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की।
बठिंडा से सांसद, जिन्होंने ईसीआई को एक मेमोरेंडम सौंपा, ने चुनाव कराने के लिए राज्य में पैरामिलिट्री बल तैनात करने और ऑडियो रिकॉर्डिंग की पुष्टि के लिए एक उच्च-स्तरीय जांच की मांग की। इसके साथ ही, राज्य में बड़े पैमाने पर हिंसा, धांधली और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित करने की जिम्मेदारी निर्धारित करने की भी अपील की।
हरसिमरत कौर ने आम आदमी पार्टी (आप) के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी मांग की, जिसमें एक राजनीतिक पार्टी के रूप में उनका रजिस्ट्रेशन रद्द करने का सुझाव भी शामिल है।
हाल में एक वायरल कॉन्फ्रेंस कॉल का खुलासा एसएडी अध्यक्ष सुखबीर बादल ने किया था, जिसमें पटियाला एसएसपी को आप विधायकों के कहने पर सरकारी ऑफिस में नॉमिनेशन फाइल करने से पहले विपक्षी उम्मीदवारों को गैर-कानूनी तरीके से हिरासत में लेने के लिए निर्देश देते हुए सुना गया था।
कौर ने कहा कि ये बातें न केवल एसएसपी वरुण के बुरे व्यवहार की ओर इशारा करती हैं, बल्कि आम आदमी पार्टी द्वारा बनाई गई संस्थागत रणनीति की ओर भी इशारा करती हैं, जिसका उद्देश्य प्रशासन की चुनावी तटस्थता को समाप्त करना है।
बठिंडा सांसद ने कहा कि वायरल कॉन्फ्रेंस कॉल में कोई जोड़-तोड़ या संपादन नहीं किया गया था और आवाजें पहचाने गए अधिकारियों की थीं।
उन्होंने कहा कि पटियाला और आस-पास के क्षेत्रों में नॉमिनेशन के समय रुकावटें डालना, विपक्षी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेना और आप समर्थकों को चुनिंदा पुलिस सुरक्षा देना, इन सब बातों ने कॉन्फ्रेंस कॉल की सच्चाई को और मजबूत किया है।
हरसिमरत कौर ने कहा कि कॉन्फ्रेंस कॉल की फोरेंसिक जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आप सरकार की वायरल ऑडियो को नकली बताने की कोशिशों को खारिज करने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने आयोग को बताया कि पहले, तरनतारन उपचुनाव के मामले में चुनाव आयोग ने उस समय की एसएसपी रवजोत कौर ग्रेवाल को पक्षपातपूर्ण व्यवहार और चुनावी उद्देश्यों के लिए पुलिस मशीनरी के गलत इस्तेमाल के लिए सस्पेंड करने का आदेश दिया था।