क्या हरियाणा में क्रिप्टो फ्रॉड का पर्दाफाश हुआ है? ईडी ने नौ ठिकानों पर छापे मारे, करोड़ों की संपत्ति जब्त की

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क्या हरियाणा में क्रिप्टो फ्रॉड का पर्दाफाश हुआ है? ईडी ने नौ ठिकानों पर छापे मारे, करोड़ों की संपत्ति जब्त की

सारांश

हरियाणा में क्रिप्टो फ्रॉड का बड़ा खुलासा हुआ है। ईडी ने नौ ठिकानों पर छापे मारे और करोड़ों की संपत्ति जब्त की। जांच में कई महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं जो इस धोखाधड़ी की गहराई को दर्शाते हैं। क्या यह मामला और भी बड़े दायरे में फैला हुआ है? जानिए पूरी जानकारी इस रिपोर्ट में।

Key Takeaways

  • ईडी ने हरियाणा में क्रिप्टो फ्रॉड के मामले में बड़ी कार्रवाई की।
  • फर्जी कंपनी क्रिप्टो वर्ल्ड ट्रेडिंग पर करोड़ों की धोखाधड़ी का मामला।
  • 18 बैंक अकाउंट फ्रीज किए गए और कई दस्तावेज जब्त किए गए।
  • आरोपियों ने भोले निवेशकों को फंसाया और उनकी मेहनत की कमाई हड़पी।
  • जांच अभी भी जारी है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।

नई दिल्ली, 30 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। ईडी ने हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल और चंडीगढ़ में नौ रिहायशी ठिकानों पर एक महत्त्वपूर्ण कार्रवाई की।

यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए), 2002 के अंतर्गत की गई, जिसका उद्देश्य एक फर्जी कंपनी क्रिप्टो वर्ल्ड ट्रेडिंग के माध्यम से करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की जांच करना था।

जांच के दौरान ईडी ने कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल सबूत जब्त किए। इसके अतिरिक्त, अपराध से प्राप्त 22.38 लाख रुपए वाले 18 बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए और लगभग 4 लाख रुपए नकद भी जब्त किए गए। वहीं, लगभग 3 करोड़ रुपए की अचल संपत्तियों का भी पता लगाया गया।

यह जांच हरियाणा पुलिस द्वारा विकास कालरा, तरुण तनेजा, कपिल कुमार और पवन कुमार के खिलाफ दर्ज एफआईआर के आधार पर शुरू की गई थी। जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी व्यक्तियों ने मिलकर शहर और आसपास के इलाकों के कई लोगों को क्रिप्टो वर्ल्ड ट्रेडिंग कंपनी में निवेश करने का लालच दिया और करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की।

आरोपियों ने भोले-भाले निवेशकों की मेहनत की कमाई हड़पने के लिए एक फर्जी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बनाया था।

जांच में यह भी सामने आया कि आरोपियों ने बाइनेंस पर क्रिप्टो वॉलेट बनाए थे, जिनमें विभिन्न निवेशकों से पैसे जमा होते थे। उनके बैंक खातों के विश्लेषण से पता चला कि निवेशकों से मिले पैसे उनके व्यक्तिगत बैंक खातों में आते थे और फिर परिवार के सदस्यों तथा सहयोगियों के बैंक खातों से लेन-देन किया जाता था।

आरोपियों ने अपने परिवार के नाम पर अचल संपत्तियां खरीदने के लिए अपराध से प्राप्त पैसे का उपयोग किया।

ईडी ने बताया कि इस मामले की जांच अभी भी जारी है और आगे भी आरोपियों की संपत्तियों और लेन-देन का विश्लेषण किया जा रहा है।

Point of View

बल्कि यह हमारे समाज में विश्वास को भी हानि पहुँचाता है। ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसा कोई भी अपराध न हो सके।
NationPress
30/12/2025

Frequently Asked Questions

ईडी ने कब और कहाँ छापे मारे?
ईडी ने 30 दिसंबर को हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल और चंडीगढ़ में नौ रिहायशी ठिकानों पर छापे मारे।
इस कार्रवाई का उद्देश्य क्या था?
यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत फर्जी कंपनी क्रिप्टो वर्ल्ड ट्रेडिंग की जांच के लिए की गई थी।
ईडी ने कितनी संपत्ति जब्त की?
ईडी ने लगभग 3 करोड़ रुपए की अचल संपत्तियों और 4 लाख रुपए नकद जब्त किए।
क्या आरोपी व्यक्ति अभी भी मामले में शामिल हैं?
हाँ, ईडी इस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की संपत्तियों और लेन-देन का विश्लेषण किया जा रहा है।
क्या इस मामले में और भी लोग शामिल हैं?
जांच में यह पता चला है कि कई लोग इस धोखाधड़ी में शामिल थे, जो निवेशकों से पैसे इकट्ठा कर रहे थे।
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