क्या असीम कुमार घोष हरियाणा के 19वें राज्यपाल बने?

सारांश
Key Takeaways
- असीम कुमार घोष को हरियाणा का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
- वे 19वें राज्यपाल होंगे और बंडारू दत्तात्रेय की जगह लेंगे।
- असीम घोष का राजनीतिक अनुभव उन्हें इस भूमिका में सहायक होगा।
- उन्होंने पश्चिम बंगाल में भाजपा की कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाली हैं।
- उनकी नियुक्ति से हरियाणा में भाजपा की स्थिति मजबूत हो सकती है।
नई दिल्ली, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल में भाजपा के वरिष्ठ नेता असीम कुमार घोष को हरियाणा का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने असीम घोष की इस नियुक्ति की घोषणा की। वे हरियाणा के 19वें राज्यपाल होंगे और बंडारू दत्तात्रेय की जगह लेंगे।
15 जुलाई 2021 को बंडारू दत्तात्रेय ने हरियाणा के राज्यपाल के रूप में पदभार ग्रहण किया था। चार साल बाद, असीम कुमार घोष की नियुक्ति हुई है, हालांकि उनकी नियुक्ति राज्यपाल के कार्यालय का कार्यभार ग्रहण करने की तारीख से प्रभावी होगी।
असीम घोष का जन्म 1944 में पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में हुआ। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हावड़ा विवेकानंद इंस्टीट्यूशन से प्राप्त की और फिर कोलकाता के विद्यासागर कॉलेज से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक किया। इसके बाद उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से इसी विषय में स्नातकोत्तर डिग्री हासिल की।
38 वर्षों (1966 से 2004) तक असीम घोष ने राजनीतिक विज्ञान के प्रोफेसर के रूप में कार्य किया। वे 1991 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़े। 1996 में असीम घोष पश्चिम बंगाल में भाजपा के सचिव बने और 1998 में राज्य उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए। 1999 से 2002 तक उन्होंने अध्यक्ष के रूप में भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई का नेतृत्व किया।
2003 में उन्हें त्रिपुरा का प्रभारी बनाया गया और दो साल तक उन्होंने यह जिम्मेदारी संभाली। वे 2004 से 2006 तक भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी रहे।
2013 में उन्हें लोकसभा उपचुनाव लड़ने का मौका मिला। अंबिका बनर्जी के निधन के बाद पश्चिम बंगाल की हावड़ा सीट पर यह उपचुनाव हुआ, लेकिन वे हार गए थे। असीम घोष कुछ समय से सक्रिय राजनीति से दूर थे, लेकिन हाल ही में उन्होंने पश्चिम बंगाल में भाजपा अध्यक्ष सामिक भट्टाचार्य के चुनाव में जिम्मेदारी निभाई।
अपने लंबे राजनीतिक, शैक्षणिक और संगठनात्मक अनुभव के साथ, असीम घोष आगे हरियाणा में राज्यपाल की जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे।