क्या हरियाणा सरकार में सब कुछ ठीक है? कुमारी शैलजा का बयान

सारांश
Key Takeaways
- हरियाणा पुलिस की स्थिति चिंताजनक है।
- कुमारी शैलजा का बयान सरकार की विफलता को दर्शाता है।
- आत्महत्या की घटनाएँ भ्रष्टाचार और दबाव का संकेत हैं।
- सरकार को निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करनी चाहिए।
- समाज में संस्थागत भेदभाव की समस्या को हल करने की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा में एक पुलिस अधिकारी की आत्महत्या के मामले में कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने हरियाणा सरकार पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि जब एक के बाद एक अधिकारी आत्महत्या कर रहे हैं, तो यह स्पष्ट है कि हरियाणा सरकार में सब कुछ ठीक नहीं है।
दिल्ली में मीडिया से बातचीत में उन्होंने हरियाणा पुलिस के एएसआई संदीप कुमार की आत्महत्या के मामले में राज्य सरकार की नाकामी को उजागर किया। उन्होंने कहा कि यह घटना दर्शाती है कि अधिकारी सिस्टम पर भरोसा खो चुके हैं।
एएसआई संदीप की मौत, आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या के एक सप्ताह बाद हुई है, जिससे पुलिस महकमे में भ्रष्टाचार और दबाव के आरोपों ने जोर पकड़ लिया है। कुमारी शैलजा ने कहा कि हम बार-बार कह रहे हैं कि यह एक गंभीर मामला है। यह स्पष्ट है कि हरियाणा सरकार की विफलता के कारण अधिकारी आत्महत्या कर रहे हैं।
बता दें कि मंगलवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पूरन कुमार के परिवार से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री ने निष्पक्ष जांच का वादा किया था, लेकिन वह वादा अब तक पूरा नहीं हुआ है। पूरन कुमार के साथ कई वर्षों से संस्थागत भेदभाव किया जा रहा था।
यह सिर्फ एक परिवार का मामला नहीं है। ऐसी घटनाओं से देश के करोड़ों दलित भाई-बहनों को गलत संदेश मिल रहा है कि यदि आप दलित हैं, तो आपको दबाया और कुचला जा सकता है। हम इसे स्वीकार नहीं करते हैं।