क्या हजारीबाग में अपराधियों ने दो युवकों पर गोली चलाई? रंगदारी की कहानी

सारांश
Key Takeaways
- हजारीबाग में बढ़ते अपराध की समस्या गंभीर है।
- घायलों की स्थिति चिंताजनक है।
- पुलिस मामले की जांच कर रही है।
- रंगदारी के मामलों में अधिक सतर्कता की आवश्यकता है।
- स्थानीय लोगों में भय का माहौल है।
हजारीबाग, 25 जून (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के हजारीबाग जिले के केरेडारी थाना क्षेत्र में, अपराधियों ने बुधवार के दिन दो युवकों को गोली मार दी। दोनों को बुरी तरह घायल अवस्था में हजारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। घायलों के नाम फूलेश्वर बेदिया और बैजू बेदिया हैं, जिनमें से फूलेश्वर को सीने में गोली लगी है और उसकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है। दोनों युवक बड़कागांव प्रखंड के लुरुंगा गांव के निवासी हैं।
यह घटना उस समय हुई जब हजारीबाग शहर के व्यापारी बढ़ते अपराध के विरोध में अपने व्यवसाय बंद करने का निर्णय लिया था। बताया गया है कि दोनों युवक अपने गांव में सूकर फार्म चलाते हैं। बुधवार को वे बड़कागांव में बीजीआर माइनिंग कंपनी के मेस से सूकरों के लिए खाद्य सामग्री इकट्ठा कर ऑटो में लौट रहे थे, तभी छह लोगों ने उन्हें रोका और उन पर गोलियां चला दीं। हमलावर तीन मोटरसाइकिलों पर सवार थे।
घायलों में से एक, बैजू बेदिया ने कहा कि लगभग एक सप्ताह पहले कुछ युवकों ने उनसे पांच लाख रुपये की रंगदारी की मांग की थी। दोनों साधारण काम करते हैं, इसलिए उन्हें लगा कि यह केवल एक मजाक है। बुधवार को सुबह लगभग 10 बजे, वही युवक ऑटो रोककर उन पर फायरिंग कर दी। इसके बाद वे मोटरसाइकिल पर भाग गए। स्थानीय लोगों ने दोनों घायलों को केरेडारी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें हजारीबाग के मेडिकल कॉलेज में भेज दिया गया।
घटना की जानकारी मिलने पर केरेडारी थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई और मामले की जांच शुरू कर दी है। हजारीबाग जिले में बढ़ते अपराध से लोग भयभीत हैं। रविवार को हजारीबाग शहर में एक ज्वेलरी दुकान पर अपराधियों ने 6 से 7 राउंड फायरिंग की थी। मंगलवार को बड़कागांव प्रखंड के जोराकाठ गांव में अपराधियों ने सड़क निर्माण में लगे जेसीबी, हाईवा समेत सात वाहनों में आग लगा दी थी।