क्या हेमंत सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी जनता लूट और भ्रष्टाचार से परेशान है?

सारांश
Key Takeaways
- हेमंत सोरेन सरकार का कार्यकाल विवादों में है।
- भ्रष्टाचार और लूट की गंभीरता पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- जनता को अपने अधिकारों के लिए जागरूक होना होगा।
- राजनीतिक बदलाव की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
- भाजपा का नेतृत्व इस मुद्दे पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
घाटशिला, 17 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राज्य की हेमंत सोरेन सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी जनता लूट और भ्रष्टाचार से परेशान है।
मरांडी ने शुक्रवार को घाटशिला विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन के नामांकन के बाद आयोजित विशाल जनसभा में लोगों से ऐसी सरकार को सबक सिखाने की अपील की।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह चुनाव सिर्फ एक सीट के लिए नहीं है, बल्कि राज्य सरकार को एक महत्वपूर्ण संदेश देने का अवसर है।
उन्होंने कहा, “हमें जीत का संकल्प लेकर यहां से जाना है। झारखंड की सरकार ने इस राज्य को लूटा है। अब हमें भ्रष्टाचार, माफिया और अपराधियों से इस राज्य को बचाना है। खनिज संपदा को लूटा जा रहा है। गांवों को उनका अधिकार नहीं मिल रहा। बालू, कोयला और अन्य खनिज संपदा का फायदा अब मुंबई और कोलकाता के व्यापारियों को मिल रहा है। इसे रोकना हमारा कर्तव्य है।”
पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि घाटशिला के जल, जंगल, जमीन और जनता पर संकट गहराता जा रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य में शोषण, भ्रष्टाचार और घुसपैठ ने हालात बिगाड़ दिए हैं और अब जरूरत एक सशक्त और ईमानदार जनप्रतिनिधि की है। उन्होंने कहा कि केवल भाजपा ही झारखंड की असली पहचान को बचा सकती है।
पार्टी के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष आदित्य प्रसाद साहू ने कहा कि हेमंत सरकार के शासनकाल में जनता शोषण और उपेक्षा की शिकार बनी है।
उन्होंने कहा, “विकास के वादे अब इतिहास बन गए हैं। जनता को केवल सपने दिखाए गए, वास्तविकता में कुछ भी नहीं बदला।”
जदयू विधायक सरयू राय ने सभा में कहा कि एनडीए उम्मीदवार की जीत से विपक्षी दलों का मनोबल बढ़ेगा और विधानसभा में उनकी आवाज मजबूत होगी।
सभा में सांसद विद्युत वरण महतो, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेशानंद गोस्वामी और अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित रहे।