क्या हिमाचल प्रदेश धर्मशाला में उत्तर क्षेत्र के सांसदों का सम्मेलन आयोजित करेगा?

Click to start listening
क्या हिमाचल प्रदेश धर्मशाला में उत्तर क्षेत्र के सांसदों का सम्मेलन आयोजित करेगा?

Key Takeaways

  • धर्मशाला में सम्मेलन का आयोजन 30 जून से 1 जुलाई तक होगा।
  • इसमें विभिन्न राज्यों के सांसद और नेता शामिल होंगे।
  • सम्मेलन का उद्देश्य विधायी प्रक्रियाओं में सुधार करना है।
  • हिमाचल प्रदेश कागज रहित कार्यप्रणाली के लिए एक मॉडल है।
  • यह सम्मेलन क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देगा।

शिमला, 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू को राष्ट्रमंडल संसदीय संघ, भारत क्षेत्र जोन-2 के वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए औपचारिक निमंत्रण दिया। यह सम्मेलन 30 जून से 1 जुलाई तक राज्य की शीतकालीन राजधानी कांगड़ा जिले के धर्मशाला में आयोजित किया जा रहा है।

विधानसभा अध्यक्ष पठानिया ने बताया कि धर्मशाला में होने वाले सम्मेलन में जोन-2 के प्रतिनिधि भाग लेंगे, जिसमें दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर शामिल हैं। इस सम्मेलन में लोकसभा अध्यक्ष, राज्यसभा के उपसभापति, राज्य विधानसभाओं के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष, विपक्ष के नेता, मुख्य सचेतक और सदस्य राज्यों के विधायक शामिल होंगे। इसके अलावा, कर्नाटक, असम, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और तेलंगाना के अध्यक्षों को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।

पठानिया ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य विधायी प्रक्रियाओं, लोकतांत्रिक शासन और क्षेत्रीय सहयोग पर सार्थक संवाद को बढ़ावा देना है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह मंच सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करेगा और देश भर में संसदीय संस्थानों को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

हिमाचल प्रदेश केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की 8.12 करोड़ रुपए की ई-विधानसभा परियोजना के चालू होने के साथ साल 2014 में शिमला और धर्मशाला विधानसभाओं में कागज रहित ई-कार्य शुरू करने वाला पहला राज्य था। तत्कालीन स्पीकर बी.बी.एल. बुटेल को ई-विधानसभा की शुरुआत का श्रेय दिया जाता है, जिससे सालाना लगभग 15 करोड़ रुपए की बचत हुई।

स्पीकर ने राज्य की राजधानी से 250 किलोमीटर दूर धर्मशाला में स्थित भव्य दूसरे विधानसभा भवन के रखरखाव और रखरखाव के लिए राजकोष के भारी खर्च पर अपनी चिंता के बाद यह प्रस्ताव रखा था।

उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र साल 2005 से धर्मशाला शहर में आयोजित किया जाता है, जिसे व्यापक रूप से विधायी अभ्यास की बजाय राजनीतिक माना जाता है।

Point of View

बल्कि यह संसदीय प्रक्रियाओं में सुधार और लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने का भी एक अवसर है। यह सभी सांसदों के लिए एक मंच प्रदान करता है जहां वे अपने अनुभव साझा कर सकते हैं।
NationPress
20/06/2025

Frequently Asked Questions

इस सम्मेलन का उद्देश्य क्या है?
इस सम्मेलन का उद्देश्य विधायी प्रक्रियाओं, लोकतांत्रिक शासन और क्षेत्रीय सहयोग पर सार्थक संवाद को बढ़ावा देना है।
कौन से राज्य इस सम्मेलन में शामिल होंगे?
दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और अन्य राज्यों के नेताओं को निमंत्रित किया गया है।
यह सम्मेलन कब आयोजित होगा?
यह सम्मेलन 30 जून से 1 जुलाई तक होगा।
हिमाचल प्रदेश की ई-विधानसभा परियोजना का महत्व क्या है?
यह परियोजना कागज रहित कार्यप्रणाली को प्रोत्साहित करती है और लगभग 15 करोड़ रुपए की वार्षिक बचत करती है।
धर्मशाला में विधानसभा का सत्र कब से चल रहा है?
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 2005 से धर्मशाला में आयोजित किया जा रहा है।