क्या श्रीलंकाई नौसेना ने तमिलनाडु के 30 मछुआरों को हिरासत में लिया?

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क्या श्रीलंकाई नौसेना ने तमिलनाडु के 30 मछुआरों को हिरासत में लिया?

सारांश

श्रीलंकाई नौसेना ने 30 तमिलनाडु के मछुआरों को हिरासत में लिया और चार ट्रॉलर जब्त किए। यह घटना पाकिस्तान की खाड़ी में हुई, जिससे मछुआरों के समुदाय में बड़ा विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। क्या यह मामला द्विपक्षीय संबंधों को प्रभावित करेगा?

Key Takeaways

  • श्रीलंकाई नौसेना ने 30 मछुआरों को हिरासत में लिया।
  • चार ट्रॉलर जब्त किए गए हैं।
  • यह घटना रामेश्वरम में हुई।
  • मछुआरा समुदाय में विरोध प्रदर्शन चल रहा है।
  • केंद्र सरकार से रिहाई की मांग की जा रही है।

चेन्नई, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। श्रीलंकाई नौसेना ने तमिलनाडु के 30 मछुआरों को हिरासत में लिया है और चार ट्रॉलर जब्त कर लिए हैं। आरोप है कि उन्होंने मछली पकड़ने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा को पार किया था।

यह घटना बुधवार रात को हुई जब मछुआरे भारत और श्रीलंका को अलग करने वाली अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के पास पाक खाड़ी में मछली पकड़ रहे थे।

तमिलनाडु मत्स्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, उस सुबह रामेश्वरम जेट्टी से 339 नावों को मछली पकड़ने के टोकन जारी किए गए थे।

रामेश्वरम, थंगाचिमादम और आसपास के तटीय इलाकों के मछुआरे रोज की तरह मछली पकड़ने गहरे समुद्र में पहुंचे थे।

कई नावें सुरक्षित लौट आईं, जबकि एक समूह को नियमित गश्त पर निकले श्रीलंकाई नौसेना के जवानों ने रोक लिया।

नौसेना दल ने 30 मछुआरों को हिरासत में लिया, उनकी पकड़ी गई मछलियों के साथ उनके चार ट्रॉलर जब्त कर लिए और उन्हें पूछताछ के लिए उत्तरी श्रीलंका स्थित एक नौसैनिक अड्डे पर ले गए।

अधिकारियों ने बताया कि हिरासत की सूचना देर रात मिली और आधिकारिक माध्यमों से भारतीय अधिकारियों को सूचित कर दिया गया। इस घटना के बाद रामेश्वरम के मछुआरा समुदाय में कड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ है।

मछुआरा नेता जेसु राजा ने हिरासत की निंदा की और केंद्र सरकार से मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कूटनीतिक कदम उठाने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा, "यह केवल सीमा उल्लंघन का मुद्दा नहीं है; यह मछली पकड़ने पर निर्भर सैकड़ों परिवारों की आजीविका और अस्तित्व का सवाल है। सरकारें मूकदर्शक नहीं बनी रह सकतीं - हमें इस बार-बार आने वाली समस्या का स्थायी समाधान चाहिए।"

एक अन्य मछुआरा नेता, सागायम ने चिंता व्यक्त की कि गिरफ्तारियों ने तटीय क्षेत्रों में त्योहारों के उत्साह को कम कर दिया है, क्योंकि दीपावली तेजी से नजदीक आ रही है।

उन्होंने कहा, "कई महिलाएं और बच्चे यह जानकर परेशान हैं कि उनके परिवार के सदस्यों को अगवा कर लिया गया है। हम राज्य और केंद्र सरकार, दोनों से अपील करते हैं कि वे तुरंत कार्रवाई करें और उन्हें उनकी नावों सहित वापस लाएं।"

पाक खाड़ी में ऐसी घटनाओं की श्रृंखला में यह नवीनतम है। मछली पकड़ने के अधिकार विवाद को सुलझाने के उद्देश्य से लंबे समय से राजनयिक प्रयास जारी है, फिर भी श्रीलंकाई अधिकारी तमिलनाडु के मछुआरों को समय-समय पर गिरफ्तार कर लेते हैं, जो द्विपक्षीय संबंधों में तनाव पैदा करती रहती हैं।

Point of View

बल्कि यह तटीय समुदायों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को प्रभावित करता है। हमें समझना होगा कि यह समस्या बार-बार उत्पन्न होती है और इसके स्थायी समाधान की आवश्यकता है।
NationPress
09/10/2025

Frequently Asked Questions

श्रीलंकाई नौसेना ने मछुआरों को क्यों हिरासत में लिया?
श्रीलंकाई नौसेना ने मछुआरों को हिरासत में लिया क्योंकि उन पर आरोप था कि वे मछली पकड़ने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा को पार कर गए थे।
क्या मछुआरों को रिहा किया जाएगा?
मछुआरा नेता जेसु राजा ने रिहाई के लिए केंद्र सरकार से कूटनीतिक कदम उठाने का आग्रह किया है।
इस घटना के बाद मछुआरा समुदाय में क्या प्रतिक्रिया है?
इस घटना के बाद रामेश्वरम के मछुआरा समुदाय में कड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ है।
क्या यह मामला द्विपक्षीय संबंधों को प्रभावित करेगा?
हां, यह मामला द्विपक्षीय संबंधों में तनाव पैदा कर सकता है।
क्या मछली पकड़ने के अधिकार विवाद का समाधान होगा?
इस विवाद का समाधान खोजने के लिए लंबे समय से राजनयिक प्रयास जारी हैं।