क्या केंद्र ने संपत्ति मुद्रीकरण के जरिए बीएसएनएल के लिए 900 करोड़ और एमटीएनएल के लिए 4,573 करोड़ जुटाने का लक्ष्य रखा?

Click to start listening
क्या केंद्र ने संपत्ति मुद्रीकरण के जरिए बीएसएनएल के लिए 900 करोड़ और एमटीएनएल के लिए 4,573 करोड़ जुटाने का लक्ष्य रखा?

सारांश

केंद्र ने संपत्ति मुद्रीकरण के माध्यम से बीएसएनएल और एमटीएनएल के लिए बड़े वित्तीय लक्ष्य निर्धारित किए हैं। जानें इस महत्वाकांक्षी योजना के पीछे की रणनीति और इसके संभावित प्रभाव। क्या ये कदम सरकारी दूरसंचार कंपनियों को स्थायी रूप से लाभ में ला सकेंगे?

Key Takeaways

  • केंद्र ने बीएसएनएल के लिए 900 करोड़ और एमटीएनएल के लिए 4,573 करोड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है।
  • संपत्ति मुद्रीकरण से प्राप्त धन का उपयोग केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी के अनुसार किया जाएगा।
  • बीएसएनएल ने पिछले कुछ वर्षों में लाभ अर्जित किया है।
  • केंद्र सरकार ने इन कंपनियों को बंद करने की कोई योजना नहीं बनाई है।
  • कर्मचारियों का भविष्य संपत्ति मुद्रीकरण से प्रभावित नहीं होगा।

नई दिल्ली, 31 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भारत ने गुरुवार को सूचित किया कि केंद्र ने वित्त वर्ष 2025-26 में संपत्ति मुद्रीकरण के माध्यम से बीएसएनएल के लिए 900 करोड़ रुपए और एमटीएनएल के लिए 4,573 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

संचार राज्य मंत्री पेम्मासानी चंद्रशेखर ने एक प्रश्न के उत्तर में राज्यसभा को बताया कि यह परिसंपत्तियों का मुद्रीकरण केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित पुनरुद्धार पैकेज के तहत किया जा रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि बीएसएनएल और एमटीएनएल को बंद करने की कोई योजना नहीं है और संपत्ति मुद्रीकरण से प्राप्त धन का उपयोग केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी के अनुसार किया जाएगा।

मंत्रिमंडल ने 23 अक्टूबर, 2019 को हुई बैठक में बीएसएनएल और एमटीएनएल की पुनरुद्धार योजना को स्वीकृति दी थी, जिसमें दीपम के दिशानिर्देशों के अनुसार संपत्तियों का मुद्रीकरण शामिल था।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2019 से देशभर में बीएसएनएल द्वारा बेची गई भूमि से 1,341 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं, जबकि एमटीएनएल की किसी संपत्ति की बिक्री नहीं हुई है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, "बीएसएनएल और एमटीएनएल के कर्मचारियों और अधिकारियों का भविष्य संपत्ति मुद्रीकरण से प्रभावित नहीं होगा।"

इस महीने की शुरुआत में, केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीएसएनएल को संकट से उबारने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के रणनीतिक पुनरुद्धार कदमों की प्रशंसा की और कहा कि पिछली यूपीए सरकार द्वारा "वेंटिलेटर सपोर्ट" पर छोड़ दी गई सरकारी दूरसंचार कंपनी ने अब भारतीय उपभोक्ताओं के दिलों में अपनी जगह फिर से बना ली है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने देश के लिए बीएसएनएल को पूर्ण सेवा में वापस लाने का दृढ़ संकल्प लिया है। आज, हम उस प्रतिबद्धता का परिणाम देख रहे हैं।"

सरकार के प्रयासों के कारण बीएसएनएल अब मुनाफे में आ गई है। कंपनी ने वित्त वर्ष 25 की जनवरी-मार्च तिमाही (चौथी तिमाही) में 280 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया है। यह दो दशकों में पहला अवसर है, जब बीएसएनएल लगातार दो तिमाही मुनाफे में रही। इससे पहले वित्त वर्ष 25 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में बीएसएनएल को 262 करोड़ रुपए का लाभ हुआ था।

Point of View

यह देखना महत्वपूर्ण है कि केंद्र सरकार की योजनाएँ बीएसएनएल और एमटीएनएल के पुनरुद्धार के संदर्भ में कितनी प्रभावी हैं। संपत्ति मुद्रीकरण के जरिए वित्त जुटाना एक रणनीतिक निर्णय है, लेकिन इसके कार्यान्वयन और परिणामों पर ध्यान देना आवश्यक है। इन कंपनियों का भविष्य और कर्मचारियों की स्थिति भी एक प्रमुख विचार है।
NationPress
01/08/2025

Frequently Asked Questions

केंद्र ने बीएसएनएल और एमटीएनएल के लिए कितने पैसे जुटाने का लक्ष्य रखा है?
केंद्र ने बीएसएनएल के लिए 900 करोड़ रुपए और एमटीएनएल के लिए 4,573 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा है।
क्या बीएसएनएल और एमटीएनएल को बंद करने की योजना है?
नहीं, केंद्र ने स्पष्ट किया है कि बीएसएनएल और एमटीएनएल को बंद करने की कोई योजना नहीं है।
कब बीएसएनएल और एमटीएनएल की पुनरुद्धार योजना को मंजूरी दी गई थी?
बीएसएनएल और एमटीएनएल की पुनरुद्धार योजना को 23 अक्टूबर, 2019 को मंजूरी दी गई थी।
बीएसएनएल ने पिछले कुछ वर्षों में कितना लाभ कमाया है?
बीएसएनएल ने वित्त वर्ष 25 की जनवरी-मार्च तिमाही में 280 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया।
क्या संपत्ति मुद्रीकरण से कर्मचारियों पर असर पड़ेगा?
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि संपत्ति मुद्रीकरण से बीएसएनएल और एमटीएनएल के कर्मचारियों और अधिकारियों का भविष्य प्रभावित नहीं होगा।