क्या त्रिपुरा में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के बाद उत्सव का जश्न जारी है?

सारांश
Key Takeaways
- दुर्गा प्रतिमा विसर्जन का समापन विजयादशमी पर होता है।
- अगरतला के दुर्गाबाड़ी मंदिर की मूर्तियां विशेष महत्व रखती हैं।
- मुख्यमंत्री द्वारा मेयर गैमन कार्निवल का उद्घाटन किया जाएगा।
- सरद सम्मान समारोह का आयोजन 11 अक्टूबर को होगा।
- दुर्गा पूजा से जुड़े क्लबों को सम्मानित किया जाएगा।
अगरतला, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पांच दिवसीय दुर्गा पूजा उत्सव ने गुरुवार को विजयादशमी के साथ अपनी धार्मिक रीतियों के अनुसार समापन किया। शुक्रवार को मूर्तियों का विसर्जन जारी रहा।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुरुवार से शुक्रवार रात 10 बजे तक त्रिपुरा भर में लगभग 3,000 में से 2,140 दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा चुका था। राज्य के इस सबसे बड़े उत्सव के समापन पर, भक्तों ने भारी मन से देवी दुर्गा और उनके बच्चों को विदाई दी।
परंपराओं के अनुसार, अगरतला के दुर्गाबाड़ी मंदिर की मूर्तियां गुरुवार को दशमी जुलूस का नेतृत्व करती हैं और राज्य की राजधानी के दशमीघाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ सबसे पहले विसर्जित की जाती हैं, जहां राज्य पुलिस बैंड राष्ट्रीय गीत बजाता है।
दुर्गाबाड़ी मंदिर में 149 साल पुरानी दुर्गा पूजा, जिसकी शुरुआत तत्कालीन राजाओं ने की थी और पिछले साढ़े सात दशकों से त्रिपुरा सरकार द्वारा प्रायोजित है, भारत के विभिन्न हिस्सों और बांग्लादेश सहित पड़ोसी देशों से भक्तों को आकर्षित करती रही है।
इस बीच, त्रिपुरा सरकार शनिवार को 'मेयर गैमन कार्निवल' के चौथे संस्करण का आयोजन करेगी, जो राजधानी और उसके बाहरी इलाकों में सर्वश्रेष्ठ पूजा स्थलों की दुर्गा प्रतिमाओं का एक जुलूस होगा। मुख्यमंत्री माणिक साहा 'मेयर गैमन कार्निवल' का उद्घाटन करेंगे, जिसमें कम से कम 40 सामुदायिक पूजा प्रतिमाओं के शामिल होने की संभावना है।
एक अधिकारी के अनुसार, तीन सर्वश्रेष्ठ पूजा प्रतिमाओं को ट्रॉफी, प्रशस्ति पत्र और नकद पुरस्कार दिए जाएंगे। अगरतला नगर निगम के महापौर और भाजपा विधायक दीपक मजूमदार ने कार्यक्रम स्थल का दौरा किया और तैयारियों का जायजा लिया।
इस रंगारंग कार्निवल में, पूजा आयोजक अपनी थीम प्रदर्शित करेंगे और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करेंगे। अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार एक अन्य वार्षिक कार्यक्रम 'सरद सम्मान' का भी आयोजन करेगी, जो 11 अक्टूबर को होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि 'सरद सम्मान' समारोह के दौरान, राज्य भर के 43 क्लबों को दुर्गा पूजा के सफल आयोजन के लिए सम्मानित किया जाएगा।
सूचना एवं सांस्कृतिक विभाग का कार्यभार संभाल रहे मुख्यमंत्री साहा ने कहा कि पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी समुदाय और क्लब पूजा आयोजकों को प्रोत्साहित करने के लिए 'मेयर गोमोन' और 'शरद सम्मान' कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि पूरा देश त्रिपुरा के 'मेयर गोमोन' और उसके महत्व के बारे में जाने। 'मेयर गोमोन' देवी दुर्गा के प्रस्थान का उत्सव मनाने वाला एक वार्षिक उत्सव है, जो पांच दिवसीय दुर्गा पूजा उत्सव के समापन का प्रतीक है।