क्या बिहार के पूर्व सांसद विजय कृष्णा ने राजद से इस्तीफा दिया?

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क्या बिहार के पूर्व सांसद विजय कृष्णा ने राजद से इस्तीफा दिया?

सारांश

बिहार के पूर्व मंत्री विजय कृष्णा ने राजद से इस्तीफा देकर राजनीतिक क्षेत्र में हलचल मचा दी है। क्या यह एक नई राजनीतिक दिशा की ओर इशारा है? जानिए इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम के पीछे की वजहें और विजय कृष्णा का राजनीतिक सफर।

Key Takeaways

  • विजय कृष्णा का इस्तीफा राजद के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है।
  • उनका राजनीतिक सफर विवादों से भरा रहा है।
  • लोकसभा चुनावों में नीतीश कुमार को हराने का उनका अनुभव उल्लेखनीय है।
  • इस इस्तीफे से राजद में आंतरिक असंतोष का संकेत मिलता है।
  • विजय कृष्णा को लगभग 10 साल जेल में बिताने के बाद राहत मिली।

पटना, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार चुनाव में मिली हार के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को बुधवार को एक और बड़ा झटका लगा है। राजद के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व मंत्री विजय कृष्णा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से इस्तीफा दे दिया।

उन्होंने राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को अपना त्यागपत्र भेजा, जिसमें उन्होंने कहा, “मैंने पार्टी की राजनीति और सक्रिय राजनीति से हटने का फैसला किया है। इसलिए, मैं राजद की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं। कृपया इसे स्वीकार करें।”

विजय कृष्णा को लंबे समय से राजद के प्रभावशाली नेताओं में गिना जाता रहा है।

2004 के लोकसभा चुनावों में बरह निर्वाचन क्षेत्र से जदयू के दिग्गज नेता नीतीश कुमार को हराने के बाद वे सुर्खियों में आए।

कई वर्षों तक पार्टी में एक सक्रिय और प्रमुख व्यक्ति होने के बावजूद, नेतृत्व के प्रति बढ़ती असंतोष की भावना को उनके पार्टी छोड़ने का कारण बताया जा रहा है।

हालांकि, उनका राजनीतिक सफर विवादों से भरा रहा है।

1999 के लोकसभा चुनावों में विजय कृष्णा ने नीतीश कुमार पर चुनाव में धांधली का आरोप लगाया था।

बाद में उन्होंने अदालत का रुख किया, लेकिन उनकी याचिका खारिज कर दी गई।

2004 में उन्होंने बरह से चुनाव लड़ा और एक बार फिर नीतीश कुमार को चुनौती देते हुए सीट जीत ली।

विजय कृष्णा के करियर में 2009 में एक नाटकीय मोड़ आया, जब पटना के कृष्णापुरी पुलिस थाना क्षेत्र में ट्रांसपोर्टर सत्येंद्र सिंह की हत्या कर दी गई।

विजय कृष्णा, उनके बेटे चाणक्य और दो अन्य लोगों को इस मामले में आरोपी बनाया गया।

2013 में पटना की एक सिविल अदालत ने उन्हें दोषी ठहराया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई।

लगभग 10 साल जेल में बिताने के बाद विजय कृष्णा को पटना उच्च न्यायालय से बड़ी राहत मिली।

Point of View

बल्कि यह राजद के भविष्य पर भी गहरा प्रभाव डाल सकता है। इस परिदृश्य में, हमें समझना होगा कि बिहार की राजनीति किस दिशा में जा रही है।
NationPress
10/12/2025

Frequently Asked Questions

क्या विजय कृष्णा का इस्तीफा राजद के लिए बड़ा झटका है?
हां, विजय कृष्णा का इस्तीफा राजद के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि वे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में से एक थे।
विजय कृष्णा का राजनीतिक सफर कैसा रहा है?
विजय कृष्णा का राजनीतिक सफर काफी विवादास्पद रहा है, जिसमें उन्होंने कई बार नीतीश कुमार के खिलाफ चुनाव लड़ा है।
क्या विजय कृष्णा ने राजद छोड़ने का कोई कारण बताया?
उन्होंने अपने त्यागपत्र में कहा कि वे पार्टी की राजनीति और सक्रिय राजनीति से हटने का निर्णय ले रहे हैं।
क्या विजय कृष्णा के इस्तीफे से बिहार की राजनीति में बदलाव आएगा?
हां, विजय कृष्णा के इस्तीफे से बिहार की राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव आ सकते हैं, खासकर राजद के भीतर।
क्या विजय कृष्णा के खिलाफ कोई कानूनी मामला है?
हां, विजय कृष्णा को 2009 में हत्या के मामले में आरोपी बनाया गया था, लेकिन बाद में उन्हें राहत मिली।
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