क्या दिल्ली में आतंकी धमाके पर वैश्विक नेताओं ने अपनी चिंता व्यक्त की?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली में आतंकी धमाका हुआ है, जिसकी निंदा की गई है।
- सिंगापुर और दक्षिण कोरिया के नेताओं ने भारत का समर्थन किया है।
- घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य की कामना की गई है।
- आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का समय है।
- मिस्र और आयरिश राजदूतों ने भी संवेदना व्यक्त की है।
सिंगापुर सिटी, १३ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के समीप हुए आतंकी धमाके की वैश्विक स्तर पर कड़ी निंदा की जा रही है। विभिन्न देशों के नेताओं ने इस घातक आतंकवादी हमले की आलोचना करते हुए भारत को अपना समर्थन दिया है।
हमले की निंदा करते हुए, सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालकृष्णन ने भारत के प्रति एकजुटता व्यक्त की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "सिंगापुर १० नवंबर को नई दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार विस्फोट की आतंकी घटना की कड़ी निंदा करता है। पीड़ितों के परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। विदेश मंत्री एस जयशंकर, सिंगापुर इस कठिन समय में भारत के साथ एकजुटता में खड़ा है।"
सिंगापुर के विदेश मंत्री के इस बयान पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जवाब में कहा, "आपकी एकजुटता की भावनाओं की कद्र करता हूं, विदेश मंत्री विवियन बालकृष्णन।"
दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो ह्यून ने इस भयानक हमले में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की और कहा, "दिल्ली में हुए विस्फोट की खबर से मुझे गहरा दुख हुआ है। कोरिया गणराज्य की सरकार और जनता की ओर से, मैं भारत के उन लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।"
भारत में आयरिश राजदूत केविन केली ने कहा, "दिल्ली आतंकवादी हमलों में पीड़ितों के प्रति हार्दिक संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। समाज में आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है। हम सभी प्रकार के आतंकवाद की कड़ी निंदा करते हैं और भारतीय लोगों के साथ खड़े हैं।"
मिस्र के राजदूत कामेल जायेद गलाल ने कहा, "हम पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। यह हमारे समाज के लिए एक नाजुक क्षण है।"
उन्होंने आगे कहा, "किसी भी आपराधिक मामले को न्याय के कठघरे में लाया जाना चाहिए। हम इसका समर्थन करते हैं। मुझे लगता है कि यही बात अंतरराष्ट्रीय कानून और मानवीय कानून पर भी लागू होती है।"
भारत में अर्जेंटीना के राजदूत मारियानो काउसिनो ने कहा, "हमें नहीं पता कि यह आतंकवादी हमला था या नहीं। लेकिन अगर यह पुष्टि हो जाती है कि यह आतंकवादी हमला था, तो अर्जेंटीना भारत का समर्थन करेगा।"
उन्होंने यह भी कहा कि जब यह विस्फोट हुआ, तब हमने मृतकों, उनके परिवारों और घायलों के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त की थी। हम उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
मारियानो काउसिनो ने कहा, "हम आतंकवाद पर प्रधानमंत्री मोदी के रुख से सहमत हैं। हमें विश्वास है कि आतंकवाद को रोका जाना चाहिए।"