क्या तमिलनाडु के सीएम स्टालिन ने महिलाओं के लिए मोबाइल चिकित्सा सेवा शुरू की और नए 'फ्रेंड्स हॉस्टल' की आधारशिला रखी?
सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए मोबाइल चिकित्सा सेवा की शुरुआत।
- वंचित क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने का लक्ष्य।
- कामकाजी महिलाओं और छात्राओं के लिए फ्रेंड्स हॉस्टल की स्थापना।
चेन्नई, 13 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने गुरुवार को महिलाओं के स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत करने के लिए मोबाइल चिकित्सा सेवा का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने राज्य में छात्राओं और कामकाजी महिलाओं के लिए सुरक्षित आवास की सुविधाओं का विस्तार करने के लिए कई कल्याणकारी एवं बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
सचिवालय में आयोजित एक समारोह में, मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग द्वारा तैयार की गई महिलाओं के लिए अत्याधुनिक मोबाइल चिकित्सा सेवा को हरी झंडी दिखाई। 1.10 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित इस विशेष वाहन में एडवांस्ड मेडिकल इक्विपमेंट और डायग्नोस्टिक फैसिलिटी शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि यह सेवा वंचित और दूरदराज के क्षेत्रों में महिलाओं को निवारक और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में मदद करेगी।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर तस्वीर साझा करते हुए लिखा, "महिला कल्याण ही समाज कल्याण है! भारत में पहली बार, सभी महिलाओं को इस मोबाइल चिकित्सा सेवा पहल का लाभ उठाना चाहिए, जिसमें विशेष रूप से महिलाओं के लिए कैंसर, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, एनीमिया और हृदय रोगों की जांच शुरू की गई है।"
उन्होंने आगे लिखा, "कांचीपुरम से आरंभ होने वाली इस पहल का जनवरी में सभी जिलों में विस्तार किया जाएगा, जिसमें महिलाओं के सुझावों को शामिल किया जाएगा। हम इस पहल को इस तरह कार्यान्वित करेंगे कि इसे पूरे भारत में अनुकरणीय माना जाए, क्योंकि यह स्तन कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर आदि का प्रारंभिक चरण में पता लगा लेती है, जिससे हमारी महिलाओं का कल्याण सुनिश्चित होता है!"
मोबाइल मेडिकल वैन का निरीक्षण करने के बाद, मुख्यमंत्री स्टालिन ने 62.51 करोड़ रुपए की कुल लागत से बनने वाले 12 नए फ्रेंड्स हॉस्टल की आधारशिला रखी। समाज कल्याण एवं महिला अधिकार विभाग के अंतर्गत स्थापित ये हॉस्टल तिरुपत्तूर, नमक्कल, मयिलादुथुराई, विरुधुनगर और आठ अन्य स्थानों पर बनाए जाएंगे। इस पहल का उद्देश्य छात्रों, कामकाजी महिलाओं और संस्थागत सहायता की आवश्यकता वाले कमजोर वर्गों के लिए सुरक्षित और किफायती आवास उपलब्ध कराना है।
कार्यक्रम के दौरान, मुख्यमंत्री ने चेन्नई के रॉयपुरम में सरकारी बाल गृह के नवनिर्मित भवन का औपचारिक उद्घाटन भी किया।