क्या फेस्टिव सीजन में अर्थव्यवस्था ने पकड़ी रफ्तार, कारों से लेकर गोल्ड कॉइन तक रिकॉर्ड बिक्री?

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क्या फेस्टिव सीजन में अर्थव्यवस्था ने पकड़ी रफ्तार, कारों से लेकर गोल्ड कॉइन तक रिकॉर्ड बिक्री?

सारांश

इस वर्ष फेस्टिव सीजन में भारत की अर्थव्यवस्था ने नई रफ्तार पकड़ी है। जीएसटी सुधारों के चलते ऑटोमोबाइल, सोने और इलेक्ट्रॉनिक्स की रिकॉर्ड बिक्री हुई है। जानिए इस त्योहारी सीजन में क्या है खास!

Key Takeaways

  • फेस्टिव सीजन में आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि
  • सोने और चांदी की बिक्री में 25% की बढ़ोतरी
  • जीएसटी सुधार ने बिक्री को सकारात्मक प्रभाव दिया
  • 25,000 से अधिक वाहनों की डिलीवरी की उम्मीद
  • दिल्ली में स्वदेशी उत्पादों की मांग में वृद्धि

नई दिल्ली / मुंबई, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। इस साल फेस्टिव सीजन में भारत की अर्थव्यवस्था ने नई रफ्तार पकड़ी है। जीएसटी सुधार लागू होने के बाद, ऑटोमोबाइल, सोने और इलेक्ट्रॉनिक्स की बिक्री ने रिकॉर्ड ऊंचाई को छू लिया है।

धनतेरस पर सोने और चांदी की बिक्री में लगभग 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, और ऑटो इंडस्ट्री की बिक्री में भी सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिला है।

विश्लेषकों का मानना है कि त्योहारी सीजन में सोने की खरीदारी के प्रति नया उत्साह बढ़ा है।

धनतेरस पर अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद (जीजेसी) ने हाल की कीमतों में गिरावट के बाद सोने और चांदी की खरीदारी में उछाल की सूचना दी।

जीजेसी के अध्यक्ष राजेश रोकड़े ने कहा, "हमें विश्वास है कि त्योहारी बिक्री 50,000 करोड़ रुपए को पार कर जाएगी। सोने और चांदी की उच्च कीमतों के बावजूद, लोग शादी और अन्य उद्देश्यों के लिए खरीदारी कर रहे हैं।"

सोने के सिक्कों और हॉलमार्क वाली हल्की ज्वेलरी की मांग में भी बढ़ोतरी हुई है, और चांदी में सिक्के तथा पूजा से जुड़े उत्पादों की मांग में 40 प्रतिशत का इजाफा देखा गया है।

टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी अमित कामत ने कहा, "इस साल धनतेरस और दिवाली की डिलीवरी शुभ मुहूर्त के अनुसार दो-तीन दिनों में होगी।"

उन्होंने बताया, "कुल मिलाकर मांग मजबूत बनी हुई है और जीएसटी 2.0 सुधार ने इसे और भी गति दी है। हमें इस अवधि के दौरान 25,000 से अधिक वाहनों की डिलीवरी की उम्मीद है।"

यह सकारात्मक गति त्योहारी उत्साह, बाजार के सकारात्मक माहौल और जीएसटी 2.0 सुधारों के प्रभाव से प्रेरित है।

हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) के पूर्णकालिक निदेशक और सीओओ तरुण गर्ग ने कहा, "हमें ग्राहकों से अच्छी मांग देखने को मिल रही है और डिलीवरी लगभग 14,000 यूनिट होने की उम्मीद है, जो पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक है।"

सीएआईटी के अनुसार, धनतेरस पर पूरे भारत में भारी खरीदारी हुई, जिसका कुल व्यापार 1 लाख करोड़ रुपए को पार करने का अनुमान है। यह हाल के वर्षों में सबसे मजबूत त्योहारी सीज़न में से एक है। अकेले सोने और चांदी की बिक्री में 60,000 करोड़ रुपए से अधिक का योगदान रहा, जबकि स्वदेशी उत्पादों की मांग में भी वृद्धि हुई, जिससे दिल्ली के बाजारों में 10,000 करोड़ रुपए से अधिक का लेनदेन हुआ।

Point of View

यह स्पष्ट है कि त्योहारी सीजन में आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि भारत की आर्थिक मजबूती का संकेत है। जीएसटी सुधारों ने इस वृद्धि को और अधिक गति दी है, जो हमारे देश के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
NationPress
19/10/2025

Frequently Asked Questions

फेस्टिव सीजन में कौन-कौन सी वस्तुओं की बिक्री बढ़ी है?
फेस्टिव सीजन में मुख्य रूप से सोने, चांदी, ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स की बिक्री में बढ़ोतरी देखने को मिली है।
धनतेरस पर सोने और चांदी की बिक्री में कितनी वृद्धि हुई?
धनतेरस पर सोने और चांदी की बिक्री में लगभग 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
क्या जीएसटी सुधारों का त्योहारी बिक्री पर असर पड़ा है?
हाँ, जीएसटी सुधारों ने त्योहारी बिक्री को सकारात्मक गति दी है और मांग में वृद्धि का कारण बने हैं।
इस वर्ष कितने वाहनों की डिलीवरी की उम्मीद है?
इस वर्ष 25,000 से अधिक वाहनों की डिलीवरी की उम्मीद है।
क्या इस साल का त्योहारी सीजन पिछले साल से बेहतर है?
हां, इस साल का त्योहारी सीजन पिछले साल की तुलना में अधिक सफल और सकारात्मक रहा है।