क्या भारत ने यूक्रेन में शांति बहाली के प्रयासों का समर्थन किया?

सारांश
Key Takeaways
- भारत ने यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन किया है।
- प्रधानमंत्री मोदी ने सभी पक्षों से रचनात्मकता से आगे बढ़ने की अपील की है।
- भारतीय विदेश मंत्रालय ने हाल के प्रयासों की सराहना की है।
- भारत की भूमिका वैश्विक स्थिरता में महत्वपूर्ण है।
- यूक्रेन के राष्ट्रपति ने भारत के साथ संवाद किया है।
नई दिल्ली, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत ने यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के अपने दृष्टिकोण को फिर से स्पष्ट करते हुए शुक्रवार को क्षेत्र में स्थायी शांति स्थापित करने के नवीनतम प्रयासों की सराहना की। भारत ने उम्मीद जताई कि सभी संबंधित पक्ष रचनात्मक रूप से आगे बढ़ेंगे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, “हम यूक्रेन में शांति स्थापित करने के दिशा में हाल के सभी प्रयासों का स्वागत करते हैं। हमें विश्वास है कि सभी पक्ष सकारात्मक ढंग से आगे बढ़ेंगे। भारत संघर्ष के शीघ्र अंत और स्थायी शांति की स्थापना का समर्थन करता है।”
चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय मुलाकात में यूक्रेन संघर्ष समाधान के प्रयासों का स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरी मानवता युद्ध के अंत और क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता की बहाली की कामना करती है।
पीएम मोदी ने कहा, “हम संघर्ष के समाधान की दिशा में हाल के प्रयासों का स्वागत करते हैं। हमें उम्मीद है कि सभी संबंधित पक्ष रचनात्मक रूप से आगे बढ़ेंगे। हमें इस संघर्ष को जल्द समाप्त करने के रास्ते निकालने होंगे ताकि क्षेत्रीय स्थिरता और शांति बहाल हो सके। यह पूरी मानवता की मांग है।”
एससीओ शिखर सम्मेलन में अपने उद्घाटन भाषण में पुतिन ने कहा कि वह यूक्रेन संकट के समाधान में भारत और अन्य रणनीतिक साझेदारों के प्रयासों को अत्यधिक महत्व देते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी लगातार यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान और इससे जुड़ी सभी कोशिशों का समर्थन करते रहे हैं। हाल ही में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने पीएम मोदी को फोन कर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूरोपीय नेताओं के साथ हुई वार्ता की जानकारी दी थी।
जेलेंस्की के अनुसार, इस महत्वपूर्ण वार्ता के दौरान भारत ने आश्वासन दिया कि वह आवश्यक प्रयास करेगा और एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान रूस तथा अन्य नेताओं तक उपयुक्त संदेश पहुंचाएगा।
पीएम मोदी ने बताया कि उन्होंने जेलेंस्की के साथ बातचीत में संघर्ष की मानवीय स्थिति और शांति एवं स्थिरता की बहाली के प्रयासों पर विचार साझा किए।
प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “भारत इस दिशा में किए जा रहे सभी प्रयासों को पूरा समर्थन देता है।”
गौरतलब है कि 18 अगस्त को रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन कर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ अलास्का में हुई मुलाकात का ब्योरा साझा किया था, जिसका पीएम मोदी ने स्वागत किया।