क्या जम्मू-कश्मीर क्राइम ब्रांच ने जमीन धोखाधड़ी मामले में आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की?
सारांश
Key Takeaways
- जमीन धोखाधड़ी का मामला गंभीर है।
- चार्जशीट में वरिष्ठ अधिकारियों का नाम शामिल है।
- जांच में आपराधिक साजिश की पुष्टि हुई है।
श्रीनगर, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक उच्च-प्रोफाइल जमीन धोखाधड़ी मामले में रेवेन्यू डिपार्टमेंट के चार वरिष्ठ अधिकारियों सहित 5 व्यक्तियों के खिलाफ चार्जशीट प्रस्तुत की है। रविवार को क्राइम ब्रांच ने इस बात की जानकारी दी।
जम्मू-कश्मीर क्राइम ब्रांच कश्मीर ने एक बयान में कहा, "जम्मू-कश्मीर क्राइम ब्रांच कश्मीर की आर्थिक अपराध विंग ने एफआईआर नंबर 08/2021 के तहत विशेष न्यायालय एंटी-करप्शन में पांच आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है, जिसमें चार वरिष्ठ रेवेन्यू अधिकारी शामिल हैं।"
आरोपियों में नुसरत अजीज, शाहबाज बोधा, मोहम्मद यासीन कल्ला, आशिक अली और रियाज अहमद भट का नाम शामिल है।
यह मामला एक शिकायत से शुरू हुआ, जिसमें शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि उन्होंने रियाज अहमद भट द्वारा किए गए रजिस्टर्ड सेल डीड के माध्यम से बलहामा, श्रीनगर में एक कनाल सात मरला के दो प्लॉट और 14 मरला से अधिक जमीन खरीदी थी।
क्राइम ब्रांच के बयान के अनुसार, जमीन का कब्जा विधिवत सौंपा गया था और म्यूटेशन नंबर 121, 122 और 67 शिकायतकर्ताओं के पक्ष में कानूनी रूप से प्रमाणित किए गए थे।
जांच के दौरान पता चला कि आरोपी विक्रेता ने रेवेन्यू अधिकारियों के साथ मिलकर एक आपराधिक साजिश रची, सरकारी रिकॉर्ड में धोखाधड़ी से हेरफेर किया और वैध म्यूटेशन को गैर-कानूनी तरीके से रद्द किया, जिससे विक्रेता के पक्ष में अधिकार बहाल हो गया। इससे वही जमीन अन्य लोगों को दोबारा बेचना संभव हो गया, जिससे शिकायतकर्ताओं को गलत नुकसान हुआ और आरोपी को गैर-कानूनी लाभ प्राप्त हुआ।
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि रियाज अहमद भट के पक्ष में पुराने दस्तावेजों पर म्यूटेशन अटेस्ट किए गए थे, जब संबंधित अधिकारी/कर्मचारी उस तहसील/एस्टेट के अधिकार क्षेत्र में तैनात नहीं थे।
जांच के दौरान एकत्र किए गए सबूतों, जिसमें आधिकारिक रिकॉर्ड और दस्तावेजी सबूत शामिल हैं, के आधार पर यह पुष्टि हुई कि संज्ञेय अपराधों का होना संभव है।
बयान में कहा गया कि मामले की न्यायिक जांच के लिए श्रीनगर में विशेष न्यायालय एंटी-करप्शन में चार्जशीट दायर की गई है। क्राइम ब्रांच कश्मीर की आर्थिक अपराध विंग भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई और नागरिकों के कानूनी संपत्ति अधिकारों की रक्षा करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराती है।