क्या केसीआर ने सिंचाई परियोजनाओं के लिए आंदोलन करने की घोषणा की?

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क्या केसीआर ने सिंचाई परियोजनाओं के लिए आंदोलन करने की घोषणा की?

सारांश

तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर ने सिंचाई परियोजनाओं में देरी के खिलाफ सड़कों पर आंदोलन का ऐलान किया है। उन्होंने केंद्र सरकार और कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य के हितों की अनदेखी की जा रही है। यह आंदोलन पलामुरु-रंगा रेड्डी लिफ्ट इरिगेशन प्रोजेक्ट के लिए होगा।

Key Takeaways

  • केसीआर ने सिंचाई परियोजनाओं में देरी के खिलाफ आंदोलन की घोषणा की।
  • कांग्रेस और केंद्र सरकार पर आरोप लगाए गए।
  • पलामुरु-रंगा रेड्डी लिफ्ट इरिगेशन प्रोजेक्ट को लेकर आंदोलन होगा।
  • राज्य के विकास को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है।
  • आंदोलन में जनता की भागीदारी महत्वपूर्ण होगी।

हैदराबाद, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने राज्य के हितों की सुरक्षा और सिंचाई परियोजनाओं में हो रही देरी के खिलाफ सड़कों पर उतरने का निर्णय लिया है।

बीआरएस (भारत राष्ट्र समिति) के नेता केसीआर ने कहा कि कृष्णा नदी पर पलामुरु-रंगा रेड्डी लिफ्ट इरिगेशन प्रोजेक्ट की देरी को लेकर एक बड़ा आंदोलन प्रारंभ किया जाएगा।

केसीआर ने यह घोषणा रविवार को तेलंगाना भवन में पार्टी की कार्यकारिणी और बीआरएस विधायकों तथा सांसदों की संयुक्त बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में की। उन्होंने कांग्रेस और केंद्र सरकार पर राज्य के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया।

केसीआर ने कहा, "हमने काफी समय दे दिया। अब मैंने खुद हस्तक्षेप करने का निर्णय लिया है। कोई दिखावा नहीं होगा। हम तेलंगाना के हितों की रक्षा के लिए लड़ेंगे।"

बीआरएस प्रमुख ने कहा कि पार्टी पलामुरु (महबूबनगर), रंगा रेड्डी और नलगोंडा जिलों के प्रत्येक गाँव में आंदोलन करेगी और एक विशाल जनसभा का आयोजन भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की अयोग्यता के कारण कृष्णा और गोदावरी नदियों के पानी का लाभ खतरे में है।

केसीआर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने पिछले दो वर्षों में परियोजना पर कोई कार्यवाही नहीं की और बीआरएस सत्ता से हटने के तुरंत बाद भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने विस्तृत परियोजना रिपोर्ट वापस भेज दी। उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू पर भी केंद्र से परियोजना रोकने के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया।

केसीआर ने कहा, "केंद्र की भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए शुरू से ही तेलंगाना के विकास का विरोध कर रही है। चंद्रबाबू नायडू के एनडीए में शामिल होने के बाद, तेलंगाना के प्रोजेक्ट्स को रोकना उनका एजेंडा बन गया है।"

केसीआर ने कहा कि नौ अनुमतियों में से उन्हें केवल छह मिली हैं। जैसे ही चंद्रबाबू नायडू सत्ता में आए, उन्होंने केंद्र से डीपीआर वापस भेजने के लिए कहा। उन्होंने राज्य सरकार की चुप्पी पर भी सवाल उठाया।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीआरएस के राज में हर तरफ विकास हुआ था। जमीन की कीमतें बढ़ गईं और किसान सम्मान के साथ जीवन यापन कर रहे थे। अब कीमतें गिर गई हैं और एकड़ के लिए खरीदार भी नहीं हैं।

केसीआर ने कहा कि बीआरएस के समय तेलंगाना शांति और कानून-व्यवस्था के लिए जाना जाता था। अब दिनदहाड़े हत्याएं हो रही हैं और एनसीआरबी के अनुसार अपराध दर 20 प्रतिशत बढ़ गई है। उन्होंने कांग्रेस पर लोगों को धोखा देने का आरोप लगाया।

उन्होंने मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी पर व्यक्तिगत हमलों के लिए कड़ी आलोचना की। केसीआर ने कहा, "वह लगातार जहर उगलते हैं और हर दिन मेरे लिए मौत की कामना करते हैं। राजनीति इतनी नीची नहीं गिरनी चाहिए।"

केसीआर ने ‘फ्यूचर सिटी’ परियोजना पर भी रेवंत रेड्डी का मज़ाक उड़ाया और कहा कि हैदराबाद रातों-रात नहीं बना, इसका 400 साल का इतिहास है। उन्होंने कहा कि नकली एमओयू से निवेश नहीं आएगा, वरना आंध्र प्रदेश में 20 लाख करोड़ रुपये आ जाते।

Point of View

NationPress
21/12/2025

Frequently Asked Questions

केसीआर ने आंदोलन क्यों किया?
केसीआर ने सिंचाई परियोजनाओं में हो रही देरी के खिलाफ आंदोलन करने का निर्णय लिया है।
आंदोलन कब शुरू होगा?
आंदोलन जल्द ही तेलंगाना के विभिन्न जिलों में शुरू होगा।
बीआरएस पार्टी का क्या कहना है?
बीआरएस पार्टी सिंचाई परियोजनाओं की सुरक्षा के लिए संघर्ष करेगी।
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