क्या भारतीय रेलवे क्रिसमस और नए साल के दौरान विशेष ट्रेनें चलाएगी?
सारांश
Key Takeaways
- क्रिसमस और नए साल पर विशेष ट्रेनें चलेंगी।
- यात्रियों की सुविधा के लिए कई कोच होंगे।
- ट्रेन की जानकारी आईआरसीटीसी पर उपलब्ध है।
- गुवाहाटी रेलवे स्टेशन की सुविधाओं का उन्नयन किया गया है।
- यात्रियों से विवरण की पुष्टि करने का अनुरोध है।
गुवाहाटी, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर-पूर्वी सीमा रेलवे (एनएफआर) ने क्रिसमस और नए साल-2026 के अवसर पर तीन जोड़ी विशेष ट्रेनों का संचालन करने का निर्णय लिया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी साझा की।
एनएफआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने बताया कि इन विशेष ट्रेनों में गुवाहाटी-सैरंग (मिजोरम)-गुवाहाटी, डिब्रूगढ़-लखनऊ-डिब्रूगढ़ और नई दिल्ली-कामाख्या-नई दिल्ली शामिल हैं, जो त्योहारों के मौसम में यात्रियों की सुविधा के लिए चलाई जा रही हैं।
गुवाहाटी-सैरंग-गुवाहाटी क्रिसमस स्पेशल हर दिशा से दो-दो ट्रिप के लिए चलेगी। गुवाहाटी-सैरंग स्पेशल 22 और 24 दिसंबर, 2025 को गुवाहाटी से प्रस्थान करेगी। वापसी में, सैरंग-गुवाहाटी स्पेशल 23 और 25 दिसंबर, 2025 को सैरंग से चलने वाली है।
यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेन में दो एसी 3-टियर, दो जनरल सेकंड क्लास, आठ स्लीपर क्लास और दो जनरल सेकंड लगेज-कम-ब्रेक वैन कोच शामिल होंगे।
सीपीआरओ ने कहा कि इन ट्रेनों के स्टॉपेज और टाइमिंग की जानकारी आईआरसीटीसी वेबसाइट पर उपलब्ध है और उत्तर-पूर्वी सीमा रेलवे के विभिन्न अखबारों और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर भी दी जा रही है।
यात्रियों से अनुरोध है कि वे अपनी यात्रा शुरू करने से पहले सभी विवरण की पुष्टि कर लें।
इस बीच, यात्रियों की सुविधा और स्टेशन की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए एनएफआर ने हाल ही में लुमडिंग डिवीजन के तहत गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर रिटायरिंग रूम और डॉरमेट्री का उन्नयन किया है और उन्हें वर्ल्ड-क्लास सुविधाओं से लैस किया गया है।
स्टेशन बिल्डिंग के पहले फ्लोर पर बने रिटायरिंग रूम कॉम्प्लेक्स अब रेलवे यात्रियों के लिए रहने का बेहतर अनुभव प्रदान करते हैं। इसमें नौ रिटायरिंग रूम हैं, जिनमें सात दो-बेड वाले कमरे और दो पांच-बेड वाले कमरे शामिल हैं, साथ ही एक 12-बेड वाली डॉरमेट्री भी है।
उन्नयन के हिस्से के तौर पर, सभी कमरों को पूरी तरह एयर-कंडीशन्ड कर दिया गया है, जिनमें आरामदायक बेड और बेहतर इंटीरियर शामिल हैं। इससे रेल यात्रियों को ट्रांजिट के दौरान आधुनिक, स्वच्छ और सुविधाजनक माहौल प्राप्त होता है।