क्या तेलंगाना में एनआईए ने माओवादी समर्थक टिप्पणियों के खिलाफ कार्रवाई की?
सारांश
Key Takeaways
- एनआईए ने माओवादी समर्थन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।
- गाडे इन्नाया को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
- इन्नाया का संगठन 'भारत बचाओ' माओवादी गतिविधियों से जुड़ा है।
- गिरफ्तारी ने माओवादी गतिविधियों पर चर्चा को फिर से जीवित किया है।
- गिरफ्तारी के पीछे का उद्देश्य देश की सुरक्षा को सुनिश्चित करना है।
हैदराबाद, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने रविवार को एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। एजेंसी ने सामाजिक कार्यकर्ता गाडे इन्नाया को माओवादियों के समर्थन में कथित टिप्पणियों के लिए गिरफ्तार किया।
एनआईए के अधिकारियों ने इन्नाया को तेलंगाना के जंगांव जिले से गिरफ्तार किया। उन्हें हैदराबाद लाया गया और एनआईए की विशेष अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
इन्नाया को एक अनाथालय से हिरासत में लिया गया, जिसे वह जंगांव जिले के जफरगढ़ मंडल में संचालित करता है। उसने हाल ही में मारे गए माओवादी नेता कथा रामचंद्र रेड्डी उर्फ विकल्प के अंतिम संस्कार में माओवादी आंदोलन के समर्थन में कुछ टिप्पणियां की थीं।
उस पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 152 और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) की धारा 13 और 29 के तहत प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के लिए समर्थन को बढ़ावा देने, सीपीआई (माओवादी) की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के इरादे से और भीड़ को गैरकानूनी गतिविधि करने के लिए उकसाने तथा मौजूद लोगों को माओवादी क्रांति जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करने का मामला दर्ज किया गया था।
एनआईए की विशेष अदालत द्वारा इन्नाया को न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद, उन्हें चंचलगुडा सेंट्रल जेल में भेज दिया गया।
इन्नाया को 'भारत बचाओ' नामक एक संगठन का नेता भी बताया जाता है। 2023 में, उसे, 'भारत बचाओ' के एक अन्य नेता और खम्मम स्थित कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. एमएफ गोपीनाथ, तत्कालीन सीपीआई (माओवादी) केंद्रीय समिति के सदस्य पुलुरी प्रसाद राव उर्फ चंद्रन्ना और दो अन्य लोगों के साथ यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया गया था, जब उसके कथित सहयोगी को जिलेटिन की छड़ें और माओवादी साहित्य के साथ पकड़ा गया था।
उस पर तब मामला दर्ज किया गया जब जी. श्रीनिवास को पुलिस ने छत्तीसगढ़ में चंद्रन्ना से मिलने जाते समय गिरफ्तार किया।
पुलिस के अनुसार, श्रीनिवास को चंद्रन्ना के निर्देश पर अज्ञात लोगों से 'भारत बचाओ' के पार्टी फंड के लिए 27 लाख रुपए मिले थे। पुलिस ने श्रीनिवास से 3.7 लाख रुपए नकद और जिलेटिन की छड़ें जब्त की थीं। उसके कबूलनामे के आधार पर, श्रीनिवास, चंद्रन्ना, इन्नाया, गोपीनाथ और जे. रमेश के खिलाफ यूएपीए का मामला दर्ज किया गया था।
चंद्रन्ना ने सीपीआई (माओवादी) के तेलंगाना राज्य समिति के सदस्य बी प्रकाश उर्फ प्रभात के साथ इस साल अक्टूबर में तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक बी. शिवधर रेड्डी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।