क्या ऑपरेशन चक्रव्यूह में राजस्थान में 1.203 किलोग्राम 'एमडी' ड्रग्स के साथ 3 तस्कर गिरफ्तार हुए?
सारांश
Key Takeaways
- 1.203 किलोग्राम एमडी ड्रग्स जब्त हुए।
- 3 तस्कर गिरफ्तार हुए।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 1.25 करोड़ रुपए है।
- पुलिस की तत्परता ने ऑपरेशन को सफल बनाया।
- फरार तस्कर की गिरफ्तारी के लिए खोज जारी है।
जयपुर, 30 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। ऑपरेशन चक्रव्यूह के तहत, राजस्थान में प्रतापगढ़ पुलिस ने तीन ड्रग तस्करों को गिरफ्तार कर और 1.203 किलोग्राम एमडी (मिथाइलीनडाइऑक्सीमेथम्फेटामाइन) ड्रग्स जब्त करके एक बड़ी उपलब्धि प्राप्त की है। जब्त किए गए ड्रग्स की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 1.25 करोड़ रुपए है।
यह ऑपरेशन ढोलापानी पुलिस स्टेशन और डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम (डीएसटी) के सहयोग से एक लक्षित नाकाबंदी के दौरान किया गया।
एसपी बी. आदित्य ने कहा कि एडिशनल सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस गजेंद्र सिंह की देखरेख में, ढोलापानी एसएचओ प्रवीण कुमार के नेतृत्व में एक पुलिस टीम मंगलवार को बरोल घाट के पास नाकाबंदी कर रही थी।
ऑपरेशन के दौरान, दो युवक, शाहरुख खान और दिलावर खान, एक मोटरसाइकिल पर आते दिखाई दिए, जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर मध्य प्रदेश का था।
पुलिस को देखकर उन्होंने भागने की कोशिश की, लेकिन उन्हें तुरंत घेर लिया गया और पकड़ लिया गया। प्रारंभिक पूछताछ के दौरान दोनों संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इसी बीच, पीछे से एक मोटरसाइकिल आई।
जब पुलिस ने गाड़ी रोकी, तो पीछे बैठा सफिउल्लाह जंगल की तरफ भाग गया, जबकि ड्राइवर रहीम खान को मौके पर ही पकड़ लिया गया। रहीम खान की तलाशी लेने पर, उसकी टी-शर्ट के नीचे छिपी एक पॉलिथीन बैग में 1.203 किलोग्राम एमडी ड्रग्स बरामद हुई।
पूछताछ के दौरान, रहीम खान ने बताया कि शाहरुख और दिलावर पुलिस की मौजूदगी का पता लगाने और ड्रग्स की खेप को सुरक्षित पहुंचाने के लिए मुख्य कैरियर को अलर्ट करने के लिए आगे चल रहे थे। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और तस्करी में इस्तेमाल की गई दोनों मोटरसाइकिलें जब्त कर ली गईं।
गिरफ्तार किए गए लोग हथुनिया के रहने वाले हैं। पुलिस फिलहाल फरार आरोपी सफिउल्लाह की तलाश कर रही है और ड्रग्स के स्रोत के साथ-साथ उनकी मंजिल का भी पता लगा रही है।
इस सफल ऑपरेशन में एसएचओ प्रवीण कुमार, एसआई भंवरसिंह और डीएसटी टीम के सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कांस्टेबल विनोद और पंकज के साथ ही साइबर सेल के रमेश ने भी इस ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आगे की जांच जारी है।