क्या केरल के स्काई डाइनिंग प्लेटफ़ॉर्म में तकनीकी खराबी से पर्यटक फंसे?
सारांश
Key Takeaways
- स्काई डाइनिंग प्लेटफ़ॉर्म पर 120 फीट की ऊँचाई पर बैठकर खाना खाना रोमांचक है।
- टेक्निकल गड़बड़ी के कारण पर्यटक तीन घंटे तक फंसे रहे।
- बचाव कार्य में प्रशिक्षित टीम की भूमिका महत्वपूर्ण थी।
- सुरक्षा मानकों की जांच और सुधार आवश्यक है।
- स्थानीय प्रशासन ने सख्त सुरक्षा ऑडिट का आश्वासन दिया है।
मुन्नार, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। केरल के इडुक्की जिले के मुन्नार के पास अनाचल में हाल ही में शुरू की गई स्काई डाइनिंग सुविधा में शुक्रवार शाम एक गंभीर घटना से टल गया। यहां 120 फीट की ऊंचाई पर लटका प्लेटफ़ॉर्म अचानक तकनीकी खराबी के कारण हवा में अटक गया, जिसमें पांच लोग तीन घंटे से अधिक समय तक फंसे रहे।
जानकारी के अनुसार, कन्नूर से आए चार सदस्यीय पर्यटक परिवार और एक स्टाफ सदस्य इसमें शामिल थे, जो बाल-बाल बच गए।
करीब तीन घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी लोगों को सुरक्षित नीचे लाया गया। बचाव कार्य के दौरान सबसे पहले बच्चों को नीचे लाया गया, जिसमें ढाई साल का एक बच्चा भी शामिल था। मौके पर मौजूद केरल फायर एंड रेस्क्यू सर्विसेज की प्रशिक्षित टीम और स्थानीय आपातकालीन कर्मियों ने मिलकर पूरी प्रक्रिया को संभाला, जिससे घबराहट की स्थिति नहीं बनने दी गई।
स्काई डाइनिंग प्रोजेक्ट हाल ही में शुरू किया गया है, जिसके तहत पर्यटकों को क्रेन की मदद से प्लेटफॉर्म पर बैठाकर 120 फीट की ऊंचाई पर 30 मिनट तक भोजन का रोमांचक अनुभव कराया जाता है। 15 लोगों की क्षमता वाले इस प्लेटफ़ॉर्म पर सीटों को सुरक्षा बेल्ट से बांधा जाता है।
घटना की फुटेज टीवी चैनलों पर प्रसारित होने के बाद सुरक्षा मानकों को लेकर तीखी चर्चा शुरू हो गई है। अधिकारियों ने तकनीकी गड़बड़ी को इस घटना का कारण बताया है, वहीं पर्यटन विभाग के सूत्रों के अनुसार आने वाले दिनों में सिस्टम की पूरी तकनीकी जांच और सुरक्षा मूल्यांकन किया जाएगा।
हालांकि सभी लोग बिना किसी चोट के सुरक्षित बचा लिए गए, लेकिन इस घटना ने एडवेंचर टूरिज्म से जुड़े सुरक्षा प्रोटोकॉल पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए सख्त सुरक्षा ऑडिट अनिवार्य किए जाएंगे।
अधिकारियों ने दोहराया कि राज्य रोमांचक पर्यटन को बढ़ावा दे रहा है, लेकिन लोगों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता बनी रहेगी।