कोटा में यात्रियों से भरी बस अज्ञात वाहन से टकराई? दो की मौत और 12 घायल
सारांश
Key Takeaways
- कोटा में सड़क सुरक्षा की स्थिति पर विचार करना आवश्यक है।
- दर्दनाक हादसे से सबक लेना चाहिए।
- सड़क पर सतर्कता हमेशा महत्वपूर्ण होती है।
- बचाव कार्य में पुलिस और रेस्क्यू टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- हादसे के कारणों की गहन जांच की जा रही है।
कोटा, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान के कोटा में शुक्रवार तड़के एक भयावह सड़क हादसे में स्लीपर बस एक अज्ञात वाहन से टकरा गई, जिसमें दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 12 यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत कोटा के न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया।
हादसे के समय बस में सवार ज्यादातर यात्री सो रहे थे। टक्कर इतनी भयंकर थी कि बस का आगे का हिस्सा पूरी तरह से नष्ट हो गया, जबकि कई यात्री खिड़कियों के माध्यम से बाहर निकलकर अपनी जान बचाने में सफल रहे।
हादसे में दोनों बस चालकों की मौके पर ही मौत हो गई। उनमें से एक चालक की लाश ड्राइवर सीट में बुरी तरह फंसी हुई मिली। राहत एवं बचाव दल ने बड़ी मेहनत के बाद शव को बाहर निकालने का प्रयास प्रारंभ किया।
प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह हादसा ओवरटेक करने के दौरान हुआ। आशंका जताई जा रही है कि दिल्ली से इंदौर जा रही बस के चालक को झपकी आ गई और बस आगे चल रहे वाहन में जा टकराई। अज्ञात वाहन टक्कर के बाद मौके से फरार हो गया और अभी तक उसकी पहचान नहीं हो पाई है।
मृत चालकों की पहचान गिर्राज रेबारी (40) और श्याम सुंदर सेन के रूप में हुई है। बस एमपी नंबर की बताई जा रही है।
कैथून थाना क्षेत्र के सर्किल इंस्पेक्टर संदीप शर्मा ने बताया कि टक्कर इतनी जोरदार थी कि एक चालक के शव को निकालने के लिए कटिंग उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है। पुलिस ने क्रेन और रेस्क्यू टीम के साथ रात भर राहत कार्य जारी रखा।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि हादसे के कारणों की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा, "हमने विस्तृत जांच प्रारंभ की है, दुर्घटना के कारणों की गहन पड़ताल की जा रही है।"
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते भी राजस्थान में दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेसवे पर एक दर्दनाक हादसे में एक कंटेनर चालक की मौत हो गई थी, जब उसका वाहन एलईडी पोल से टकराने के बाद आग की लपटों में घिर गया था।