क्या पाकिस्तान हिंदुओं की आबादी को 'मिटाने' में शामिल है? क्रिसमस पर तोड़फोड़ और भारत को ज्ञान दे रहा है?
सारांश
Key Takeaways
- भारत में क्रिसमस का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है।
- पाकिस्तान ने भारत को अल्पसंख्यकों पर हो रहे जुल्मों पर ज्ञान दिया है।
- पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति बेहद दयनीय है।
- हर साल हजारों लड़कियों का अपहरण कर उनका धर्म परिवर्तन कराया जाता है।
- पाकिस्तान में हिंदुओं की जनसंख्या घटती जा रही है।
नई दिल्ली, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत में क्रिसमस का त्योहार बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। यह भले ही ईसाई समुदाय का त्योहार हो, लेकिन इस पर हर भारतीयभारतीय बाजारों की रौनकें बढ़ जाती हैं। हालांकि, इस वर्ष क्रिसमस के अवसर पर देश के कुछ हिस्सों से तोड़फोड़ की घटनाएं सुनने में आईं। इस संदर्भ में पाकिस्तान ने भारत को ज्ञान दिया है, जिसने अपने देश में हिंदू आबादी को मिटाकर लगभग नगण्य कर दिया है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने इस मुद्दे पर एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है। प्रेस रिलीज में प्रवक्ता ताहिर अंद्राबी ने कहा, "भारत में अल्पसंख्यकों पर जुल्म गहरी चिंता का विषय है। क्रिसमस के दौरान तोड़फोड़ की हाल की निंदनीय घटनाएं और मुसलमानों को निशाना बनाने वाले सरकारी अभियानों ने मुसलमानों में डर और अकेलापन बढ़ा दिया है।"
पाक विदेश मंत्रालय ने कहा, "ऐसे पीड़ितों की सूची दुखद है और लंबी है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इन घटनाओं पर ध्यान देना चाहिए और भारत में कमजोर समुदायों के बुनियादी अधिकारों की रक्षा में मदद के लिए कदम उठाने चाहिए।"
यहां तक कि यह ज्ञान उस देश से आ रहा है, जहां अल्पसंख्यकों की स्थिति बेहद दयनीय हो गई है। पाकिस्तान में मुसलमानों की स्थिति भी खराब है, लेकिन अल्पसंख्यक हिंदुओं की स्थितियां इतनी बुरी हैं कि उन्हें शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के मामले में भारत के विदेश मंत्रालय ने इस साल मार्च में बयान साझा किया था। विदेश मंत्रालय के अनुसार पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को डराने-धमकाने, जुल्म करने, हत्या, अपहरण, जबरन धर्म परिवर्तन और जबरन शादी करने की घटनाएं लगातार होती रहती हैं।
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में हर साल लगभग 1,000 अल्पसंख्यक हिंदू और ईसाई लड़कियों का अपहरण कर उनका जबरन धर्म परिवर्तन करने और जबरन शादी करने के मामले सामने आते हैं।
2022 में 124 हिंदू लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया और उनके साथ निकाह किया गया। इसके अलावा, 2019 से 2025 के बीच पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ 334 गंभीर हिंसा और हत्या के मामले दर्ज किए गए हैं।
पाकिस्तान में 2023 की जनगणना में हिंदुओं की आबादी लगभग 2.5 मिलियन या कुल आबादी का 1.6 प्रतिशत है। हालांकि, इन आंकड़ों पर बहस होती रहती है, और कुछ लोगों का कहना है कि ये आंकड़े अधिक हैं।