क्या इंडी अलायंस में संस्कार और अनुशासन की कमी है, जनता एनडीए के साथ है? - विजय शर्मा

Key Takeaways
- एनडीए ने बिहार विधानसभा चुनाव में मजबूती दिखाई है।
- इंडी अलायंस में खींचतान और अनुशासन की कमी है।
- नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार का समर्थन मिला है।
- प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व असाधारण है।
- बिहार की जनता ने एनडीए का समर्थन करने का मन बनाया है।
नई दिल्ली, ८ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और एनडीए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पूरी ताकत के साथ मैदान में है। दूसरी ओर, इंडी अलायंस में मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर खींचतान जारी है। इस पर छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने तंज कसते हुए कहा कि जिस गठबंधन में संस्कार और अनुशासन का अभाव हो, वहां खींचतान स्वाभाविक है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे, यह खींचतान और बढ़ेगी।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने बिहार चुनाव की तारीखों का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार के चुनाव की स्थिति स्पष्ट है। सभी राजनीतिक दलों ने जनता के बीच जाकर अपने विचार रखे हैं। बिहार की प्रबुद्ध जनता ने गहन मंथन के बाद एनडीए को समर्थन देने का मन बना लिया है। मुझे लगता है कि जनता ने अमृत निकालने का फैसला कर लिया है और वह एनडीए की सरकार के रूप में सामने आएगा। अन्य गठबंधनों में नेतृत्व, विचार और योजनाओं का अभाव है, जबकि एनडीए में यह सब कुछ मौजूद है।
नक्सल संगठनों में हालिया फूट पर उन्होंने कहा कि यह फूट नहीं, बल्कि उनका उचित और समयबद्ध निर्णय है। बस्तर की जनता नक्सलवाद को समाप्त करना चाहती है। वे चाहते हैं कि गांवों तक स्कूल, अस्पताल, आंगनवाड़ी, बिजली और सड़कें पहुंचें। आईईडी जैसे खतरे खत्म हों। नक्सलवादियों का यह निर्णय जनता की भावनाओं के अनुरूप है। अगर वे इसे समय पर लागू करते हैं, तो यह बहुत सही कदम होगा।
उन्होंने कहा कि नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार और गृह मंत्री अमित शाह का हमें अभूतपूर्व सहयोग मिला है। जनवरी २०२४ में सरकार बनने के बाद शाह ने नक्सलवाद को खत्म करने का रोडमैप तैयार किया। हमें तकनीकी सहायता, बल, हथियार और गोला-बारूद सहित हर तरह का समर्थन मिला है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के स्पष्ट निर्देशों के साथ, हम पांच दशकों पुरानी नक्सल समस्या को दो वर्षों में समाप्त करने की दिशा में तेजी से बढ़ रहे हैं। संकल्प और सामर्थ्य के साथ केंद्र और राज्य सरकार ने इसे संभव बनाया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीति करियर के २५ साल पूरे करने पर उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का नेतृत्व असाधारण है। वे विपरीत परिस्थितियों में मुख्यमंत्री बने और गुजरात में लगातार भाजपा की सरकार बनाई। केंद्र में तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना उनकी असाधारण क्षमता को दर्शाता है। उन्होंने २०४७ तक भारत को विकसित बनाने का विजन दिया। बुनियादी ढांचे, आर्थिक विकास और सामाजिक पहलुओं में अभूतपूर्व काम हुआ है। उनकी सोच और कार्यशैली असाधारण है। मैं ईश्वर से उनके स्वस्थ और दीर्घायु जीवन की प्रार्थना करता हूं, ताकि वे देश की सेवा करते रहें।